गौरतलब है कि 21वीं शादी के वर्तमान तकनीकी युग में भी भारतीय मेधावी छात्रों को विदेशी विश्वविद्यालयों में पढ़ने का बहुत कम अवसर मिल पा रहा है। केवल आर्थिक रूप से संपन्न परिवार के कुछ बच्चे ही अमेरिकी,आष्ट्रेलियाई और यूरोपीय विकसित देशों के विश्वविद्यालयों से उच्च शिक्षा हासिल कर पाते हैं। किंतु अब देश के मेधावी और आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को भी अमेरिकी विश्वविद्यालयों से सामान्यतः सभी संकायों के विषयों में पढ़ने और उत्कृष्ट शोध के लिए शीर्ष एशियाई अमेरिकी प्रतिष्ठित प्रोफेसर डॉ. विश्व नाथ मौर्य (Top Asian American Distinguished University Professor Dr. Vishwa Nath Maurya) ने इंटरनेशनल कोलाबोर्रशन के जरिए यह कठिन रास्ता भी आसान कर दिया है । आपको बता दें कि हाल ही में देश भगत विश्वविद्यालय ,मंडी गोबिंदगढ़ पंजाब के वाइस प्रेसीडेंट एवं सी टी. विश्वविद्यालय लुधियाना के कुलपति रह चुके प्रो. डॉ. हर्ष सदावर्ती (Vice President Prof. Dr. Harsh Sadawarti) ने भारतीय छात्र - छात्राओं को अमेरिकी विश्वविद्यालयों में पढ़ाई और शोध के जरिए विदेशी डिग्री दिलाने के लिए चार्टर्ड इंटरनेशनल दा विंसी यूनिवर्सिटी (CIDVU), डेलावारे, यूएसए के एक्जीक्यूटिव वाइस चांसलर प्रो. डॉ. विश्व नाथ मौर्य (Executive Vice Chancellor Prof. Dr. Vishwa Nath Maurya) से संपर्क स्थापित करके एमओयू के लिए प्रस्ताव भेजा था। देश भगत विश्वविद्यालय (DBU), पंजाब भारत की ओर से भेजे गए प्रस्ताव को सहर्ष स्वीकार करते हुए चार्टर्ड इंटरनेशनल दा विंसी यूनिवर्सिटी, डेलावारे, यूएसए के शासनात्मक एवं प्रशासनिक कुलपति प्रोफेसर डॉ विश्व नाथ मौर्य ने एमओयू एग्रीमेंट पर अपने हस्ताक्षर करके भारतीय छात्रों और प्राध्यापकों के लिए अमेरिकी विश्वविद्यालय से विश्व स्तरीय गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और शोध करने के लिए सुनहरा अवसर प्रदान किया है। अधिशाषी एवं प्रशासनिक कुलपति प्रोफेसर डॉ. विश्व नाथ मौर्य (Executive Vice Chancellor Prof. Dr. V. N. Maurya) ने भारतीय छात्रों और प्राध्यापकों के हित में उनके उज्ज्वल भविष्य को ध्यान में रखते हुए यह उल्लेखनीय निर्णय लिया है। वीसी प्रो. वी.एन. मौर्य के इस महत्वपूर्ण निर्णय से दोनों देशों के सर्वांगीण विकास में भी योगदान मिलेगा। अमेरिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विश्व नाथ मौर्य ने वैश्विक स्तर पर उत्कृष्ट शिक्षा एवं शोध के क्षेत्र मे अपेक्षित विकास के लिए भारतीय विश्वविद्यालयों के साथ इंटरनेशनल कोलाबोरेशन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए अवगत कराया कि आधुनिक तकनीकी युग में विश्व स्तरीय गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और शोध के क्षेत्र में संवर्धन के लिए इंटरनेशनल कोलाबोरेशन को एक महत्वपूर्ण माध्यम बताया। वीसी प्रो.मौर्य ने कहा कि अमेरिकी और भारतीय विश्वविद्यालयों के बीच एमओयू एग्रीमेंट पर दोनो कुलपतियों के द्वारा किए गए हस्ताक्षर के तहत देश भगत विश्वविद्यालय पंजाब के मेधावी और गरीब छात्रों को भी विशेष प्रावधानों के अन्तर्गत विश्व स्तरीय गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हासिल करने एवं शोध करने के लिए सुनहरा अवसर मिल सकेगा। देश भगत विश्वविद्यालय पंजाब के कुलपति, वाइस प्रेसीडेंट प्रो. हर्ष सदावर्ती,और कुलाधिपति डॉ.जोरा सिंह (Chancellor Dr. Zora Singh) ने चार्टर्ड इंटरनेशनल दा विंसी यूनिवर्सिटी, यूएसए के एक्जीक्यूटिव वाइस चांसलर प्रोफेसर डॉ. विश्व नाथ मौर्य (Executive Vice Chancellor Prof. Dr. Vishwa Nath Maurya) को भारतीय छात्रों के हित में उनके द्वारा लिए गए सराहनीय निर्णय पर साभार धन्यवाद व्यक्त किया है और सभी लोगों ने इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट शिक्षा और शोध को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण कदम बताया है।
चार्टर्ड इंटरनेशनल दा विंसी यूनिवर्सिटी (सीडीआईवीयू) डेलावारे, यूएसए के ग्रांड चांसलर यूनेस्को लॉरियेट, प्रो. बशीरु अरेम्यू (CIDVU's Grand Chancellor, UNESCO Laureate Prof. Dr. Bashiru Aremu) ने भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा और शोध के विकास और संवर्धन को लेकर एग्जीक्यूटिव वीसी प्रो. विश्व नाथ मौर्य के सराहनीय निर्णय की प्रसंशा करते हुए साभार धन्यवाद व्यक्त किया है। ग्रांड चांसलर प्रो. बशीरू अरेम्यू ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अवगत कराया है कि डीबीयू पंजाब से एमओयू कॉन्ट्रैक्ट होने के बाद जल्द ही चार्टर्ड इंटरनेशनल दा विंसी यूनिवर्सिटी,यूएसए की ओर से पार्टनरशिप सर्टिफिकेट निर्गत हो जायेगा और इस संबंध में अमेरिकी और अफ्रीकी मीडिया चैनल्स के जरिए नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया जायेगा जिससे देश भगत विश्वविद्यालय पंजाब (भारत) के इच्छुक एवं अर्हता प्राप्त छात्र -छात्राओं और प्राध्यापकों को यूएसए के लिए वीजा और पासपोर्ट लेने में सहूलियत मिल सके और किसी प्रकार का कोई व्यवधान न उत्पन्न हो। यूनेस्को लॉरिएट, प्रो. बशीरु अरेम्यू (UNESCO Laureate, Prof. Dr. Bashiru Aremu) ने ग्लोबल पुरस्कार विजेता और शीर्ष एडियाई अमरीकी प्रतिष्ठित प्रोफेसर एवं कुलपति प्रो. डॉ. विश्व नाथ मौर्य (Global Awardee, Top Asian American Distinguished University Professor and Vice Chancellor Prof. Dr. Vishwa Nath Maurya) को वैश्विक स्तर पर उनके कुशल नेतृत्व में क्वालिटी एजुकेशन और रिसर्च के विकास के लिए चार्टर्ड इंटरनेशनल दा विंसी यूनिवर्सिटी यूएसए के ऐतिहासिक और उल्लेखनीय प्रगति पर खुशी व्यक्त किया है। ग्रांड चांसलर प्रो. बशीरु अरेम्यू ने वीसी प्रो. वी. एन. मौर्य के वैश्विक स्तर पर शैक्षणिक और प्रशासनिक कार्य शैली और गतिविधियों को दृष्टिगत रखते हुए इसके पहले उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा स्थापित एवं नैक, भारत सरकार (NAAC, New Delhi, Govt. of India) द्वारा एक्रेडिटेड बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, झांसी ( NAAC accredited Buldelkhand University, Jhansi) के साथ दिनांक 19 सितंबर 2022 को आयोजित एमओयू एग्रीमेंट कार्यक्रम के बाद कई अमेरिकी और अफ्रीकी मीडिया चैनल्स के माध्यम से उद्घोषणा करके संबंधित विश्वविद्यालयों के प्राधिकारियों समेत अन्य कर्मचारियों और ऑनलाइन अथवा ऑफलाइन जुड़े छात्रों को भी अवगत कराया था कि विश्व प्रसिद्ध मौर्य साम्राज्य /मौर्य वंशज (Maurya Empires/ Maurya Dynasty) के संतति के रूप में वीसी प्रो. विश्व नाथ मौर्य प्रथम शिक्षाविद हैं जिन्होंने मास्टर्स, डॉक्टरेट और पोस्ट डॉक्टरेट डी. लिट. और डी.एस -सी. की उपाधि कई अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों से अर्जित किया है और अपने उत्कृष्ट शैक्षिक योग्यता, शैक्षणिक और शोध के गुणवत्तापूर्ण विकास कार्यों के लिए वार्षिक स्तर पर कई प्रतिष्ठित संस्थानों से दर्जनों ग्लोबल अवार्ड से सम्मानित किए जा चुके हैं। जहां आम तौर से आज भी भारतीय छात्रों को अमेरिकी विश्वविद्यालयों में पढ़ने का अवसर नहीं मिल पाता है वहीं भारत मूल के नागरिक और मौर्य वंशज के कर्मठ, योग्य और कुशल गणितज्ञ, सांख्यिकीवेत्ता और मैनेजमेंट साइंटिस्ट के तौर पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक महान शिक्षाविद (The Great Educationist) एवं सर्वश्रेष्ठ कुलपति (Distinguished Vice Chancellor Awardee) के रुप में सम्मानित होकर ख्याति प्राप्त किया है।
देश भगत विश्वविद्यालय (DBU), पंजाब के वाइस प्रेसीडेंट प्रोफेसर डॉ. हर्ष सदावर्ती (Vice President Prof. Dr. Harsh Sadawarti) ने अपने विश्वविद्यालय के स्टाफ के साथ प्रसन्नता व्यक्त किया है कि उनके विश्वविद्यालय के भिन्न -भिन्न संकायों के यूजी, पीजी, डॉक्टरेट और पोस्ट -डॉक्टरेट डिग्री के छात्र - छात्राएं भी ऑनलाइन अथवा ऑफलाइन मोड के जरिए चार्टर्ड इंटरनेशनल दा विंसी यूनिवर्सिटी , डेलावारे, यूएसए (Chartered International Da Vinci University , Delaware, USA) से उत्कृष्ट शिक्षा हासिल कर विदेशी डिग्री पा सकेंगे। उन्होंने अपने विश्वविद्यालय परिसर के छात्रों और शिक्षकों को मीटिंग में संबोधित करते हुए अवगत कराया कि फैकल्टी एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत योग्य एवं कुशल प्राध्यापक चार्टर्ड इंटरनेशनल दा विंसी यूनिवर्सिटी, यूएसए में जाकर लेक्चर भी ले सकेंगे। निकट भविष्य में उक्त अमेरिकी और भारतीय दोनों विश्वविद्यालयों के बीच समन्वय स्थापित होगा जिससे इंटरनेशल कॉन्फ्रेंस, वेबिनार सिंपोजियम और वर्कशॉप इत्यादि कार्यक्रम भी आयोजित किए जायेंगे और व्यापक स्तर पर लोगों को शिक्षा और शोध के क्षेत्र में लाभ मिल सकेगा एवं देश विदेश में उनके रोजगार मिलने की संभावनाएं भी बढ़ेंगी। उक्त अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय से एमओयू एग्रीमेंट होने के बाद से देश भगत विश्वविद्यालय ,पंजाब के छात्र -छात्राओं और शिक्षकों के बीच उनको अपने उज्ज्वल भविष्य को लेकर खुशी का माहौल उत्पन्न हो गया है। सभी छात्र छात्राएं और शिक्षक गण आशान्वित और गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं कि निकट भविष्य में उन्हें भी अमेरिकी विश्वविद्यालयों से डुअल सर्टिफिकेशन के साथ डुअल डिग्री मिल सकेगी।
टीम :- मौर्य ध्वज एक्सप्रेस
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