दिल्ली , गौरतलब है कि वर्तमान में अमेरिका के वेस्ट कोस्ट इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ साईंसेज, टेक्नोलॉजी, मैनेजमेंट एंड आर्ट्स के नवनियुक्त प्रो - वाइस चांसलर डॉ. विश्व नाथ मौर्य के जरिए शिक्षित युवाओं को एक महत्वपूर्ण संदेश उभर कर सामने आया है - वह यह कि शोध एवं शिक्षा क्षेत्र से जुड़े युवाओं को प्रतिष्ठित अमेरिकी विश्वविद्यालय के नवनियुक्त प्रो - वाइस चांसलर डॉ. विश्व नाथ मौर्य (Pro-Vice Chancellor Dr. Vishwa Nath Maurya) के उत्कृष्ट शैक्षिक योग्यता एवं गुणवत्तापूर्ण शोध - शिक्षा के विकास कार्यों से प्रेरणा लेना चाहिए। आपको बता दें कि विश्व के अफ्रीकी, अमेरिकी, आस्ट्रेलियाई, एवं एशियाई महाद्वीपों के कई प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में प्रोफेसर, विभागाध्यक्ष, डीन, डायरेक्टर, परीक्षा नियंत्रक एवं प्रो - वाइस चांसलर जैसे उच्च पदों पर नियुक्ति पाकर सेवा कर चुके प्रोफेसर डॉ. विश्व नाथ मौर्य (Prof. Dr. Vishwa Nath Maurya) का कहना है कि शिक्षा के क्षेत्र में भ्रष्टाचार कितना भी क्यों न बढ़ जाए किन्तु उत्कृष्ट एवं गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा अर्जित करने वाले युवाओं को उनके दृढ़ इच्छा शक्ति एवं लगन के साथ सतत प्रयास करने से उन्हें उल्लेखनीय सफलता अवश्य मिलती है । भले ही तीब्रगति से बढ़ते भ्रष्टाचार के कारण उन्हें अपने देश में सफलता पाने में चुनौतियों का सामना करना पड़े किन्तु वे अपने मेधा-शक्ति और बौद्धिक परिश्रम से अपने उत्कृष्टता और गुणवत्ता का प्रदर्शन करके विदेशी प्रतिष्ठित संस्थानों में पदस्थ होकर सफलता की ऊंचाइयों को छू सकते हैं और समाज एवं राष्ट्र हित में भ्रष्टाचार के खिलाफ यथासंभव स्थानीय, प्रांतीय और राष्ट्रीय स्तर पर अपना योगदान भी कर सकते हैं।
शिक्षा जगत में अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त प्रोफेसर डॉ. विश्व नाथ मौर्य का मानना है कि वर्तमान में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक स्तर पर व्याप्त अनेकानेक विसंगतियों के कारण विशेषकर योग्य अभ्यर्थियों को चुनौतियों का सामना अवश्य करना पड़ता है किन्तु यदि योग्य अभ्यर्थियों के द्वारा दृढ़ संकल्प और धैर्य के साथ अनवरत प्रयास किया जाए तो उन्हें देश - विदेश में कहीं न कहीं देर - सबेर उल्लेखनीय सफलता अवश्य मिलती है । भ्रष्टाचार के परिप्रेक्ष्य में वेस्ट कोस्ट इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी यूएसए के नवनियुक्त प्रो - वाइस चांसलर प्रो. (डॉ) विश्व नाथ मौर्य (Pro-Vice Chabcellor Prof. Vishwa Nath Maurya) ने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में व्याप्त विसंगतियों के कारण उन्होने भी कई अवसरों पर विशेष चुनौतियों का सामना किया है और उनको ब्रेन ड्रेन का शिकार भी होना पड़ा है किन्तु उन्होने अपने उत्कृष्ट शैक्षिक योग्यता और गुणवत्तापूर्ण शोध एवं विषय - ज्ञान का कुशल प्रदर्शन करके उन्होने विश्व के न केवल एशियाई विश्वविद्यालयों में अपितु अफ्रीकी, अमेरिकी और आस्ट्रेलियाई विश्वविद्यालयों में डिसटिंग्विष्ट प्रोफेसर, विभागाध्यक्ष, एक्जीक्युटिव डीन, डायरेक्टर एवं प्रो - वाइस चांसलर जैसे महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्ति पाकर शोध - विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है जिससे उन्हें देश - विदेश के कई प्रतिष्ठित संस्थानों से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उच्च शिक्षा एवं उत्कृष्ट शोध कार्यों के विकास एवं कुशल नेतृत्व के लिए भारत, गौरव, राष्ट्रीय शिक्षा रत्न, डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम एक्सीलेंस अवार्ड, डॉ. भीमराव अम्बेडकर मेमोरियल एक्सीलेंस अवार्ड, कोहिनूर पर्सनालिटी ऑफ एशिया अवार्ड, डिसटिंग्विष्ट इंटरनेशनल साइंटिस्ट अवार्ड, एशियन एडमायरेबल अचीवार अवार्ड, एशिया - पैसिफिक हुज हू अवार्ड, एशियन अमेरीकन हुज हू अवार्ड समेत कई दर्जन राष्ट्रीय एवं ग्लोबल अवार्ड से सम्मानित किया गया है।
उक्त क्रम में उल्लेखनीय है कि मूल रूप से 1909 में स्थापित वेस्ट कोस्ट यूनिवसिर्टी, यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका के नवनियुक्त प्रति कुलपति प्रो. विश्व नाथ मौर्य (Pro - VC Prof. V N Maurya) ने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में विसंगतियों को दूर करने के लिए अपने वक्तव्य के जरिए शासन - प्रशासन से आह्वान किया है कि वह देशहित में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता और गुणवत्ता के महत्व एवं सम्वर्धन के लिए व्यापक स्तर पर ठोस कदम उठाए जिससे ब्रेन ड्रेन की समस्या से भी कुछ हद तक निजात मिल सके। भ्रष्टाचार के नियंत्रण से संबंधित यह सुझाव टॉप इंडियन प्रोफेसर डॉ. विश्व नाथ मौर्य का है जो वर्तमान में वेस्ट कोस्ट इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ साईंसेज, टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट एंड आर्ट्स, यूएसए के प्रो - वाइस चांसलर हैं और इसके पहले प्रो. मौर्य क्राउन विश्वविद्यालय इंटरनेशनल यूएसए के फैकल्टी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के एक्जीक्यूटिव डीन एवं डायरेक्टर तथा डिसटिंगविष्ट प्रोफेसर रह चुके हैं। प्रो. विश्व नाथ मौर्य के उत्कृष्ट शैक्षिक यीग्यता, विश्व स्तरीय गुणवत्तापूर्ण शोधकार्य एवं लंबे अनुभव को संज्ञान में लेते हुए वेस्ट कोस्ट इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी, यूएसए के प्रो - चांसलर एवं युनेस्को लारिएट प्रोफेसर डॉ. अरेम्यू बशीरू (Pro - Chancellor and UNESCO Laureate Prof. Aremu Bashiru) ने यूनिवर्सिटी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के चेयरमैन के हैसियत से अपने विशेषाधिकारों का प्रयोग करते हुए प्रोफेसर डॉ. विश्व नाथ मौर्य (Prof. Dr. Vishwa Nath Maurya) को हाल ही में विश्वविद्यालय का प्रो - वाइस चांसलर नियुक्त किया है जिसके नियुक्ति होने के करीब एक माह पहले प्रो. मौर्य को दिनांक 13 मई 2022 को कॉपरस्टोन विश्वविद्यालय जाम्बिया में स्कूल ऑफ फिजिकल साईंसेज एंड इंजीनियरिंग का सीनियर डीन भी नियुक्त किया गया है जहाँ उन्हे प्रो - वाइस चांसलर का अतिरिक्त प्रभार भी दिया जायेगा। कॉपरस्टोन विश्वविद्यालय जाम्बिया के कुलपति प्रोफेसर डॉ. सितवाला. मुंडिया (Vice - Chancellor Prof. Dr. Sitwala Mundia) ने विश्वविद्यालय के एक्जीक्युटिव कौंसिल से प्रो. वी. एन. मौर्य (Prof. V N Maurya) के सीनियर डीन पद की नियुक्ति के अप्रूवल के बाद नियुक्ति पत्र प्रेषित करके प्रो. मौर्य को एक माह पूर्व बधाई देते हुए अवगत कराया था। वर्तमान में वेस्ट कोस्ट इंटरनेशनल विश्वविद्यालय (यूएसए) में कार्यरत प्रो - वाइस चांसलर प्रो. वी. एन. मौर्य (Pro- Vice Chancellor Prof. V N Maurya) को कॉपरस्टोन विश्वविद्यालय, जाम्बिया के द्वारा वीजा (VISA) प्राप्त होने के बाद वह अतिरिक्त प्रभार के तौर पर सीनियर डीन का पदभार भी जल्द ही संभालेंगे।
अमेरिका के वेस्ट कोस्ट इंटरनेशनल विश्वविद्यालय के सेवारत प्रो - वाइस चांसलर प्रो. विश्व नाथ मौर्य (Pro - VC Prof. Vishwa Nath Maurya) को अपनी उत्कृष्ट योग्यता एवं गुणवत्तापूर्ण शोध एवं शिक्षण के विकास कार्य में उल्लेखनीय योगदान के कारण ही उन्हें शिक्षा जगत एवं अनुसंधान के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त है और विश्व के कई महाद्वीपों में भिन्न - भिन्न निजी एवं सरकारी प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में प्रोफेसर, विभागाध्यक्ष, डीन, डायरेक्टर, परीक्षा नियंत्रक, प्रधान परीक्षक एवं प्रो - वाइस चांसलर जैसे महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्ति संभव हो सका है जो शिक्षा एवं शोध के क्षेत्र में युवाओं के लिए बहुत ही प्रेरणाप्रद है। आपको बता दें कि सात वर्ष पूर्व 14 मई 2015 को भी प्रो. डॉ. विश्व नाथ मौर्य (Prof. Dr. Vishwa Nath Maurya) को वाइस चान्सलर प्रो. डॉ. सितवाला मुंडिया (Vice Chancellor Prof. Dr. Sitwala Mundia) के द्वारा ही साउथ अफ्रीका के जाम्बिया में कॉपरस्टोन विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ साईंस एंड टेक्नॉलाजी का डीन नियुक्त किया गया था और उन दिनों में प्रो. मौर्य आस्ट्रेलियाई महाद्वीप के फिजी विश्वविद्यालय, फिजी में गणित एवं सांख्यिकी के विभागाध्यक्ष पद पर सेवारत थे किन्तु कुछ अपरिहार्य व्यक्तिगत कारणों से प्रो. मौर्य कॉपरस्टोन विश्वविद्यालय में अपने पदभार को उस समय ज्वाइन नहीं कर सके। फिलहाल, इस बार प्रो. मौर्य को पुनः सीनियर डीन के साथ प्रो - वाइस चांसलर का अतिरिक्त प्रभार भी दिया जायेगा और उनके नियुक्ति पत्र के अनुसार उन्हें मुख्यतः लुयाँस्या कैंपस का प्रशासनिक कार्यभार सौंपा गया है। मुख्यतः शोध, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में गुणवत्ता एवं उत्कृष्टता के संवर्धन, कुशल नेतृत्व एवं नेशनल - इंटरनेशनल लेवल पर अन्य प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों से कोलाबोरेशन के लिए कॉपरस्टोन विश्वविद्यालय, जाम्बिया में प्रो. विश्व नाथ मौर्य की नियुक्ति सीनियर डीन के पद पर की गयी है।
आपको बता दें कि वर्तमान में वेस्ट कोस्ट इंटरनेशनल विश्वविद्यालय यूएसए के नवनियुक्त प्रो - वाइस चांसलर प्रोफेसर डॉ. विश्व नाथ मौर्य (Pro VC Prof. Dr. Vishwa Nath Maurya) ने इसी अमेरिकी विश्वविद्यालय के कोलाबोरेशन में क्राउन विश्वविद्यालय इंटरनेशनल, यूएसए (अर्जेंटीना से विगत 11 वर्षों की लम्बी अवधि में अपने विजिटिंग प्रोफेसर के सेवाकाल के दौरान गणित, सांख्यिकी, ऑपरेशनल रिसर्च, डाटा साइंस, मैनेजमेंट साइंस और इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी विषयों में ट्रिपल पोस्ट- डॉक्टरेट डी. एस-सी. (डॉक्टर ऑफ साइंस) की डिग्री अर्जित किया था और सुपरवाइजर के रूप में दर्जनों एम. टेक. एम. एस-सी एवं पी-एच. डी. शोध छात्रों का सफलतापूर्वक निर्देशन भी किया। उक्त क्रम में उल्लेखनीय है कि प्रो. मौर्य को राष्ट्रीय एवं अन्तराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों से साइंस, मैनेजमेंट और टेक्नोलॉजी तीनो संकायों के कई महत्वपूर्ण विषयों में गुणवत्तापूर्ण उच्च शैक्षिक योग्यता, उत्कृष्ट शोधकार्य, अध्यापन एवं प्रशासनिक कार्य के लंबे अनुभव को संज्ञान मे लेते हुए उनके उल्लेखनीय एवं चुनौतीपूर्ण हाई एपीआई स्कोर को दृष्टिगत रखते हुए उन्हें विदेशी विश्वविद्यालयों में महत्पूर्ण पदों पर नियुक्ति के लिए प्राथमिकता दिया जाता है क्योंकि विदेशों में ऎसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में अभ्यर्थियों के चयन प्रकिया का मुख्य आधार उनकी उत्कृष्ट शैक्षिक योग्यता, हाई एपीआई स्कोर और अनुभव ही होता है। देश - विदेश के कई विश्वविद्यालयों में महत्वपूर्ण उच्च पदों पर सेवा कर चुके अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त प्रो. मौर्य की नियुक्ति उनके गुणवत्तापूर्ण शैक्षिक यीग्यता, उल्लेखनीय हाई एपीआई स्कोर, विषय- विशेषज्ञता एवं गहन अनुभव के कारण हुआ है। मूल रूप से 1909 में अमेरिका (Delaware) में स्थापित वेस्ट कोस्ट इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के नव नियुक्त प्रो - वाइस चांसलर होकर प्रो. मौर्य ने एक मिसाल के तौर पर देश के शिक्षित युवाओं के लिए न केवल प्रेरणास्रोत सिद्ध हुए हैं बल्कि उन्होने शिक्षा जगत में भारत का गौरव भी बढ़ाया है जो आम जन मानस के बीच में एक उच्च कोटि का सराहनीय कार्य होने के कारण चर्चित विचय भी हो सकता है। युवाओं को अपने मेधाशक्ति का विकास करते हुए दृढ़ संकल्प के साथ सतत बौद्धिक परिश्रम के जरिए अपनी शैक्षिक योग्यत्ता एवं शोध को उत्कृष्ट एवं गुणवत्तापूर्ण बनाने पर विशेष ध्यान देना चाहिए जिससे भारत जैसे सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश में बढ़ते भ्रष्टाचार का दृढ़ता से सामना कर सकें और विदेशी प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में भी महत्वपूर्ण पदों पर अपने उत्कृष्टता और गुणवत्ता के आधार पर पदस्थ होकर अपने उल्लेखनीय योगदान के द्वारा न केवल अपना बल्कि अपने परिवार और समाज के साथ देश का भी नाम विश्व स्तर पर रोशन कर सकें।
टीम :- मौर्य ध्वज एक्सप्रेस
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