कोरोना से अनाथ हुए बच्चों को मिला पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रेन का लाभ



कोरोना से अनाथ हुए बच्चों को मिला पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रेन का लाभ

जिला बाल संरक्षण इकाई, मुजफ्फरपुर के अंतर्गत संचालित पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रेन योजना के तहत आज 6 बच्चों को लाभान्वित करते हुए जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर प्रणव कुमार  के द्वारा डाक खाता सौंपा गया। उक्त सभी बालकों को मुख्यमंत्री बाल सहायता योजना का लाभ भी दिया जा रहा है। 

जिलाधिकारी द्वारा बताया गया की कोरोना संक्रमण के कारण माता व पिता काे खाेने वाले बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना चलाई गई है। जिसके तहत किसी बच्चे के जैविक, दत्तक या कानूनी रूप से मान्य माता-पिता दोनों की मृत्यु हो जाती है या इसमें से किसी एक की मृत्यु कोरोना के कारण हुई है तो सरकार ऐसे बच्चों के सर्वांगीण विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा व अन्य जरूरतों को इस योजना के माध्यम पूरा कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाएंगी।

इस अवसर पर  सहायक निदेशक, जिला बाल संरक्षण इकाई, उदय कुमार झा द्वारा बताया गया कि पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना का लक्ष्य/समूह में कोरोना महामारी के कारण अनाथ एवं बेसहारा 0-18 वर्ष आयु समूह के बच्चे, जिनके माता-पिता दोनों की मृत्यु जिसमें कम से कम किसी एक की मृत्यु कोरोना से हो गई हो इस योजना के पात्र होंगे। इस योजना में जिले के प्रधान डाकघर में जिलाधिकारी एवं लाभुक का संयुक्त खाता खोला जाता है l ऐसे बच्चों को 18 साल की उम्र में मासिक सहायता  राशि और 23 साल की उम्र में पीएम केयर्स से 10 लाख रुपए का फंड भी दी जाने की बात कही गई है l ऐसे बच्चों की सूचना बाल कल्याण समिति को को या जिला बाल संरक्षण इकाई, ईमेल adcpumuzaffarpur@gmail.com पर दी जा सकती है। जिला बाल संरक्षण इकाई ऐसे सभी बच्चों को योजना लाभ दिलाएगा।

इस योजना के तहत आवश्यकतानुसार केन्द्रीय विद्यालय या उनकी इच्छानुसार अन्य विद्यालय में निशुल्क शिक्षा की व्यवस्था के बार में बताया गया है। बच्चों का नामांकन नजदीकी केन्द्रीय विद्यालय में कराया जाएगा। यदि बच्चा किसी निजी स्कूल में पढ़ रहा ६ो तो उसका शुल्क पीएम केयर्स फंड के द्वारा आरटीई के प्रावधानों के अनुसार किया जाएगा। स्नातक और व्यवसायिक पाठ्यक्रमों के लिए ऐसे बच्चों को केन्द्र या राज्य सरकार की योजनाओं द्वारा छात्रवृति दी जाएगी।

इन बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए लोन दिया जाएगा और इसके लिए जो भी ब्याज होगा वह पीएम केयर फंड से दिया जाएगा. कोरोना की वजह से अनाथ हुए बच्चों को 18 साल की उम्र तक आयुष्मान भारत योजना के तहत पांच लाख तक का हेल्थ इंश्योरेंस भी दिया जाएगा. इसके लिए जो भी प्रीमियम है वो पीएम केयर की तरफ से भुगतान किया जाएगा l

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