समाहरणालय सभाकक्ष में जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर प्रणव कुमार की अध्यक्षता में जल- जीवन- हरियाली अभियान की विभाग वार समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि अपूर्ण योजनाओं का क्रियान्वयन ससमय पूरी गुणवत्ता के साथ करना सुनिश्चित किया जाए।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि जीविका एवं मनरेगा के कन्वर्जन से 7 प्रखंडों में नर्सरी विकसित करने की दिशा में कार्य करें।
प्रति पंचायत चापाकल के किनारे 10-10 सोख्ता निर्माण की योजना लेते हुए इस माह के अंत तक निर्माण कार्य पूर्ण करना सुनिश्चित करें।उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि कुंओ के जीणोद्धार के साथ -साथ सोख्ता निर्माण का कार्य भी अनिवार्य रूप से करना सुनिश्चित किया जाए। जल संरक्षण से संबंधित नई योजना के तहत प्रत्येक प्रखंड में दो-दो तालाब विकसित किया जाए।
निर्देश दिया गया कि जितनी योजनाएं अभी तक पूर्ण हुई है और जिनका जियो टैगिंग किया जा चुका है उन पर मापी पुस्तिका राशि दर्ज करवाना सुनिश्चित करें।
लघु जल संसाधन को निर्देश दिया गया कि चेक डैम से संबंधित योजना लें। वही जल निस्सरण विभाग के अधिकारी को निर्देशित किया गया कि कुढ़नी में जल जमाव की समस्या उत्पन्न होती है। उसका निस्सरण के लिए ठोस कार्रवाई करना सुनिश्चित करें।तय समय के अंतर्गत यदि करवाई नहीं करते हैं तो उन पर कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में इसके अतिरिक्त पौधशाला एवं सघन वृक्षारोपण, वैकल्पिक फसलों की सिंचाई ,जैविक खेती ,सार्वजनिक संरचनाओं का अतिक्रमण मुक्त करना,सोख्ता निर्माण, नए जल स्रोतों का निर्माण, भवनों में वर्षा जल संचयन इत्यादि की भी समीक्षा की गई।
बैठक में उप विकास आयुक्त आशुतोष द्विवेदी, सहायक समाहर्ता श्रेष्ठ अनुपम, प्रभारी पदाधिकारी राजस्व सारंग मनी पांडे, डीआरडीए डायरेक्टर चंदन चौहान ,डीपीआरओ कमल सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी सुषमा कुमारी तथा अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे। सभी प्रखंडों के पीओ, मनरेगा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े हुए थे।
टीम :- मौर्य ध्वज एक्सप्रेस
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