जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर प्रणव कुमार की अध्यक्षता में जलजमाव तथा बाढ़ से क्षतिग्रस्त सड़कों की पुनर्स्थापना संबंधी कार्यों एवं कृषि क्षति की समीक्षा की गई .



  जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर प्रणव कुमार की अध्यक्षता में जलजमाव तथा बाढ़ से क्षतिग्रस्त सड़कों की पुनर्स्थापना संबंधी कार्यों एवं कृषि क्षति की समीक्षा की गई .

नगर निगम मुजफ्फरपुर की समीक्षा के दौरान श्री विवेक रंजन मैत्रेय, नगर आयुक्त, नगर निगम मुजफ्फरपुर ने बताया कि लगातार हो रही बारिश से कुछ क्षेत्रों में जलजमाव स्थिति उत्पन्न हुई है तथा सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं। उनके द्वारा बताया गया कि प्रभावित क्षेत्रों में जल निकासी का कार्य तेजी से किया जा रहा है, जल निकासी कार्य हेतु 5 एचपी से लेकर 38 एचपी क्षमता तक के कुल 85 पंपिंग सेटों को उपयोग में लाया जा रहा है। साथ ही नालों की सफाई व उड़ाही की जा रही है।

 उनके द्वारा बताया गया कि कुछ स्थलों पर ड्रेनेज पर अतिक्रमण होने के कारण जल निकासी में हुए अवरोध को भी दूर किया जा रहा है। नगर आयुक्त द्वारा बताया गया कि मोतीझील, कलमबाग चौक सहित महत्वपूर्ण स्थानों पर जलजमाव से क्षतिग्रस्त हुई सड़कों की मरम्मति करा दी गई है। शीघ्र ही अन्य सड़कों की मरम्मति करा दी जाएगी।

बाढ़ एवं अतिवृष्टि से कृषि क्षति एवं आकस्मिक फसल योजना की समीक्षा के दौरान जिला कृषि पदाधिकारी, मुजफ्फरपुर द्वारा बताया गया कि जिले में बाढ़ एवं अतिवृष्टि से 54000 हेक्टेयर कृषि क्षेत्र प्रभावित हुआ है। पंचायत वार कृषि क्षति का सर्वे कार्य किया जा रहा है, जिसे 10 सितंबर तक पूर्ण कर लिया जाएगा। 

उन्होंने बताया कि आकस्मिक व वैकल्पिक फसल योजना तैयार कर ली गई है।

जिला पशुपालन पदाधिकारी, मुजफ्फरपुर ने बताया कि जिले में कुल 39 पशु चिकित्सा कैम्प संचालित किए जा रहें हैं तथा मांग के आधार पर पशु आहार भी वितरित किया जा रहा है।


पथ निर्माण विभाग पथ निर्माण विभाग की समीक्षा के दौरान कार्यपालक अभियंता पथ निर्माण -1 ने बताया की अतिवृष्टि के कारण क्षतिग्रस्त हुई सड़कों की मरम्मति की जा रही है उनके द्वारा बताया गया कि पूसा रोड पर क्षतिग्रस्त सड़क को मोटेरेबल बना दिया गया है, शीध्र ही पुनर्स्थापना भी करा दिया जायेगा। कार्यपालक अभियंता पथ निर्माण विभाग -2 द्वारा बताया गया कि कुछ सड़कों पर जलजमाव है जिससे मरम्मति कार्य करने में बाधा हो रही है।

ग्रामीण कार्य विभाग की सड़कों की समीक्षा के दौरान तकनीकी अभियंताओ द्वारा बताया गया कि  क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मति की जा रही है। 

जिलाधिकारी ने सभी संबंधित विभागों के पदाधिकारियों तथा तकनीकी अभियंताओं को निदेशित करते हुए कहा कि अगस्त माह में सामान्य की अपेक्षा दोगुनी वर्षा हुई, जिससे उत्पन्न समस्याओं के निदान हेतु अन्तर विभागीय समन्वय स्थापित करते हुए गंभीरता से कार्य करें तथा आम जन की समस्याओं को दूर करें। जिलाधिकारी ने जिला कृषि पदाधिकारी को एक सप्ताह के भीतर कृषि क्षति के सर्वेक्षण कार्य को पूर्ण करने का निदेश दिया गया। अपर समाहर्ता, आपदा प्रबंधन को बाढ़ प्रभावित कार्यों को सुचारु रुप से संचालित करने के साथ नाव, शौचालय, चापाकल, ब्लीचिंग पाउडर उपलब्ध कराने का निदेश दिया गया। अनुमंडल पदाधिकारी, पूर्वी एवं पश्चिमी को राहत एवं बचाव कार्य का नियमित अनुश्रवण करने का निदेश दिया गया। 

बैठक का संचालन डा अजय कुमार, अपर समाहर्ता, आपदा प्रबंधन, मुजफ्फरपुर ने किया। बैठक में अनुमंडल पदाधिकारी, पूर्वी डा कुंदन कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी, पश्चिमी डा अनिल कुमार दास, वरीय उपसमाहर्ता, आपदा प्रबंधन विकास कुमार, कंसल्टेंट आपदा प्रबंधन मो. साकिब खान सहित संबंधित विभागों के तकनीकी पदाधिकारी उपस्थित रहे।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें