मौसम विभाग के अनुसार, जून के आखिर तक पश्चिमी तट पर पछुआ हवाओं के कारण अलग-अलग स्थानों पर व्यापक बारिश होने की संभावना है। पूर्वोत्तर राज्यों को छोड़कर देश में अभी तक बारिश सामान्य के करीब है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अपने दो सप्ताह के पूर्वानुमान में कहा है कि मानसून की प्रगति 27 जून से 30 जून के बीच बढ़ने और इसके पश्चिम राजस्थान को छोड़कर उत्तर पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों में आगे बढ़ने की संभावना है।
कई राज्यों में भारी बारिश का अनुमान
पूर्वी क्षेत्र में, पश्चिम बंगाल और पड़ोसी क्षेत्रों पर एक चक्रवाती परिसंचरण व्यापक वर्षा का कारण बन रहा है। अगले दो-तीन दिनों के दौरान बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, सिक्किम और उत्तरी ओडिशा में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है।
भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना
इसके साथ ही चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पूर्वी उत्तर प्रदेश और उसके आसपास बना हुआ है, जिससे अगले दो-तीन दिनों के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तराखंड में भी भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान जताया गया है।
कई जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया
कोलकाता सहित पश्चिम बंगाल के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश के कारण कोलकाता और राज्य के कई जिलों में जलभराव की स्थिति है। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों में सभी जिलों में और बारिश होने की संभावना जताई है।पश्चिम बंगाल और पड़ोसी क्षेत्र पर चक्रवाती परिसंचरण की उपस्थिति और बंगाल की खाड़ी में नमी के कारण पश्चिम बंगाल के जिलों में व्यापक वर्षा गतिविधि जारी रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने मुर्शिदाबाद, बीरभूम, पश्चिम बर्धमान, बांकुरा और पुरुलिया जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। जहां एक या दो स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा (70-200 मिमी) होने की संभावना है।
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