बिहार के शिक्षकों के प्रमाण-पत्रों का फोल्डर जमा कराने को लेकर शिक्षा विभाग परेशान हैं। तमाम प्रयास के बाद भी 6 जिलों के 23000 शिक्षकों के प्रमाण पत्र का फोल्डर अभी तक वेब पोर्टल पर अपलोड नहीं किया जा सका है। अब शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव ने आज शाम तक की अंतिम मोहलत दी है।
निगरानी जांच से छूटे 70000 शिक्षकों की सूची तो वेब पोर्टल पर अपलोड हो गई है लेकिन अभी भी 23000 शिक्षकों का प्रमाण पत्र अपलोड नहीं हो सका है। बुधवार को अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने सभी जिलों के DEO और डीपीओ के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के साथ बैठक की थी। समीक्षा में पाया गया था कि 93000 ऐसे शिक्षक हैं जिनके फोल्डर निगरानी को जांच के लिए उपलब्ध कराने हैं।।
जिन 6 जिलों के 23000 शिक्षकों की सूची अपलोड नहीं हो सकी है, उनमें मुजफ्फरपुर सुपौल भोजपुर अररिया और कटिहार जिला शामिल है। बता दें कि पंचायती राज और नगर निकाय संस्थानों की नियोजन इकाइयों से 2006 से लेकर 2015 के बीच नियोजित शिक्षकों के सर्टिफिकेट की जांच पटना हाई कोर्ट के आदेश पर निगरानी ब्यूरो कर रहा है। तमाम प्रयास के बाद भी नियोजन इकाई जांच के लिए प्रमाण पत्र निगरानी को उपलब्ध नहीं करा रहे थे। ऐसे शिक्षकों की संख्या करीब 1 लाख से अधिक थी।
स्रोत- मौर्य ध्वज एक्सप्रेस
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें