आयुक्त के सचिव अतुल कुमार वर्मा,आरटीए सचिव वरुण कुमार ,उप निदेशक जनसंपर्क कमल सिंह, एसकेएमसीएच के प्रिंसिपल, सिविल सर्जन मुजफ्फरपुर के साथ प्रमंडल स्तरीय स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में प्रमंडलीय आयुक्त मनीष कुमार ने सभी पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि चिकित्सक सेवा भावना से कार्य करें एवं गंभीरता पूर्वक अपने दायित्वों का निर्वहन करना सुनिश्चित करें।
आयुक्त महोदय के द्वारा सभी जिलों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, रेफरल अस्पताल, अनुमंडलीय अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की संख्या के साथ साथ वहां उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की गई। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य उप केंद्रों का नियमित एवं बेहतर संचालन करें ताकि लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल सके साथ ही स्वास्थ्य विभाग के द्वारा संचालित कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में पूरी पारदर्शिता दृष्टिगोचर हो।कार्यो में कोताही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
प्रमंडल के सभी जिलों में पूर्ण टीकाकरण के समीक्षा के क्रम में बताया गया कि मुजफ्फरपुर में 78 परसेंट, पश्चिम चंपारण में 80 परसेंट ,पूर्वी चंपारण में 71% शिवहर में 66% सीतामढ़ी में 81% और वैशाली में 93% टीकाकरण हुआ है। प्रमंडलीय आयुक्त ने निर्देश दिया कि पूर्ण टीकाकरण 100% करना सुनिश्चित करें।
वही बीसीजी टीकाकरण की समीक्षा के क्रम में बताया गया कि मुजफ्फरपुर में 75% पश्चिम चंपारण में 74% पूर्वी चंपारण में81प्रतिशत, शिवहर में 72%, सीतामढ़ी 81% वैशाली में 76% की उपलब्धि रही है।
समीक्षा के क्रम में आयुक्त महोदय द्वारा निर्देश दिया गया कि संस्थागत प्रसव को बढ़ावा दें।बताया गया कि संस्थागत प्रसव में मुजफ्फरपुर में 48 परसेंट, पश्चिम चंपारण में 42% पूर्वी चंपारण में 39%,शिवहर में 53% सीतामढ़ी में 45% और वैशाली में 57 % ,उपलब्धि है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि संस्थागत प्रसव में प्रदर्शन संतोषजनक नहीं है। इसमें सुधार लाना सुनिश्चित किया जाए।
इसके अतिरिक्त गर्भवती महिलाओं से संबंधित टीडी-01,टीडी-02 ,टीडी बूस्टर टीकाकरण एवं फोलिक एसिड के वितरण की भी समीक्षा की गई।साथ ही टोटल एनएसी निबंधन की भी समीक्षा की गई।
आयुक्त महोदय ने उपस्थित सभी सिविल सर्जन तथा मेडिकल ऑफिसर को निर्देश दिया कि मुजफ्फरपुर जिले सहित प्रमंडल के अन्य जिलों में एईएस/चमकी बुखार की चुनौतियों का सामना करने के लिए अभी से तैयारी करना शुरू कर दें। साथ ही इसके लिए व्यवस्थित वर्क प्लान बना ले ताकि समय पर एईएस का सफलतापूर्वक सामना किया जा सके। इसके लिए प्रचार-प्रसार के भी आवश्यकता है।बैठक में कोविड -29 से संबंधित अधतन स्थिति की जानकारी लेने के साथ,इस संबंध में आवश्यक निर्देश भी आयुक्त महोदय के द्वारा दिया गया।
वही समीक्षा बैठक में प्रिंसिपल एसकेएमसीएच के द्वारा बताया गया कि जनवरी 17 से मार्च 20 तक एसकेएमसीएच में कुल 101069 ऑपरेशन किये गौए जिसमें 19589 मेजर तथा 81480 माइनर ऑपरेशन किया गया। वही 193329 चाइल्ड इम्यूनाइजेशन किया गया। 22972 अल्ट्रासाउंड, 101158 डिजिटल x-ray, 63616 जनरल एक्स-रे कराया गया। 25897 सीटी स्कैन कराया गया जबकि जनवरी 20 से नवंबर 20 तक 1873 एम आर आई टेस्ट कराया गया। वही अप्रैल 17 से नवंबर 2020 तक 62615 पुरुष जबकि 89052 महिला पेशेंट का इनडोर एडमिशन किया किया। 2017 से एईएस के कुल 661 मरीजों को भर्ती किया गया। जिसमें 475 डिस्चार्ज किए गए ,186 की मौत हुई । इसमें जनवरी 19 से लेकर दिसंबर 19 तक 485 मरीज भर्ती हुए थे।
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