मुज़फ़्फ़रपुर : आरटीई के तहत शिक्षा के अधिकार को शत-प्रतिशत लागू करने के लिए छात्र राजद के जिला अध्यक्ष अमरेन्द्र कुमार ने बीड़ा उठाया है और कहा है कि आरटीई के तहत गरीबी रेखा से नीचे के छात्रों को निजी विद्यालय में प्रवेश नही दिया जा रहा व बच्चे को नि:शुल्क शिक्षा से वंचित होना पड़ रहा है तथा शत-प्रतिशत आरटीई कानून को लागू कराने में शिक्षा विभाग बिल्कुल ही विफल है उनके खिलाफ जमकर व्यापक आंदोलन किया जाएगा।
जिलाध्यक्ष श्री कुमार ने कहा कि बिहार में सिर्फ और सिर्फ कागजी घोड़ा दौड़ता है जमीन पर कार्य तो कछुआ की तरह रेंगते हुए नजर आ रहे हैं, चाहे शिक्षा विभाग हो या फिर अन्य कोई विभाग, सभी विभागों का यही दुर्दशा है लेकिन शिक्षा विभाग में बद से बदतर स्थिति को रसातल में जाते हुए हम नहीं देख सकते क्योंकि शिक्षा ही वह संपत्ति है जिसे कोई छीन नहीं सकता तथा शिक्षा जो देश के भविष्य को मिलना चाहिए वह बिल्कुल नहीं मिल रहा है। इसमें ज्यादातर गरीब परिवार के बच्चे ही आते हैं जिस पर यह कानून बिल्कुल ही लागू करने में अधिकारी विफल है और उसका संरक्षण सरकार कर रही है।
उन्होंने कहा कहा कि सबसे ज्यादा दोषी सर्व शिक्षा अभियान के अधिकारी है क्योंकि वे इसके लिए उत्तरदायी हैं। पिछले तीन नामांकन सत्रों में किसी विद्यालय द्वारा विद्यालय में 25% नामांकन करने के नियम को लागू नहीं किया है, कानून के तहत नामांकन करने वाले स्कूलों की सूची सर्व शिक्षा अभियान से मांगी गई लेकिन सर्व शिक्षा अभियान के अधिकारी को कुछ भी देने में पसीने छूट रहे हैं। पसीना छुटना लाज़मी भी है क्योंकि इन्हीं लोगों के लापरवाही के कारण शत-प्रतिशत कानून का पालन नहीं हो रहा है और अवैध रूप से चल रहे निजी विद्यालय एवं नियमों की धज्जियां उड़ाने वाले स्कूलों की चांदी है क्योंकि ये लोग संरक्षण जो दे रहे हैं।
इसलिए छात्र राष्ट्रीय जनता दल के मुज़फ़्फ़रपुर जिला कमिटी ने यह निर्णय लिया है कि आगामी चालू सत्र 2020-21 में शत-प्रतिशत गरीब परिवार के बच्चों का नामांकन सुनिश्चित करना होगा अन्यथा व्यापक पैमाने पर आंदोलन करने को दल मजबूर होगी।
मौर्य ध्वज एक्सप्रेस
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