मुजफ्फरपुर ........
राष्ट्रीय पोषण मिशन (पोषण अभियान) अंतर्गत अपने दायित्वों का कुशलता पूर्वक निर्वहन करने, पोषण अभियान से संबंधित विभिन्न गतिविधियों का सफलतापूर्वक आयोजन, आम जनमानस में पोषण को लेकर जागरूकता कार्यक्रमों का निरंतर संचालन, सुदूर गांवो/टोलों में लगातार अपने कार्यो के प्रति समर्पण को देखते हुए राष्ट्रीय पोषण मिशन अंतर्गत पोषण पुरस्कार कार्यक्रम का आयोजन समाहरणालय सभाकक्ष में किया गया।
कार्यक्रम का उद्घाटन जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।
कार्यक्रम में जिले के 17 बाल विकास परियोजनाओं को पुरस्कृत किया गया एवं जिलाधिकारी द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर उन्हें सम्मानित भी किया गया। सभी 17 परियोजनाओं से पांच-पांच का ग्रुप का चयन किया गया।प्रत्येक ग्रुप में महिला पर्यवेक्षिका, एएनएम, आशा, आंगनवाड़ी सेविका और सहायिका को चयनित किया गया था।
पुरस्कार के तौर पर सभी 17 परियोजना को 50-50 हजार रुपए चेक के माध्यम से प्रदान किये गए।साथ ही प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किया गया।
मौके पर उपस्थित जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि सही पोषण से ही कुपोषण दूर होगा। इसके लिए सभी को मिलकर कदम बढ़ाना होगा। उन्होंने पोषण माह में आईसीडीएस और स्वास्थ विभाग द्वारा किए गए कार्यों की भूरी -भूरी प्रशंसा भी की। कहा कि न केवल पोषण माह के दौरान बल्कि एईएस/ चमकी बुखार और कोरोना काल में भी आप सभी की भूमिकाएं काबिले तारीफ रही है।
जिलाधिकारी ने कहा कि जानकारी का अभाव एवं व्यवहार में बदलाव ना होना कुपोषण का मुख्य कारण है। कहा कि महिलाओं ,किशोरियों को अधिक से अधिक जागरूक करें साथ ही उनके व्यवहार परिवर्तन के दिशा में कार्य करें तो निसंदेह बहुत हद तक कुपोषण को नियंत्रित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि बच्चों का संपूर्ण टीकाकरण हो ,संस्थागत प्रसव पर विशेष ध्यान दिया जाए और स्वच्छता को लेकर लोग जागरूक रहें।
जिलाधिकारी ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि एईएस/चमकी बुखार को लेकर अभी से ही प्रयास शुरू कर दें।अपने-अपने क्षेत्रों में सभी बच्चों विशेषकर गरीब घर के बच्चों की लाइन लिस्टिंग करना शुरू कर दिया जाए ताकि गर्मी के दिनों में उनका सतत अनुश्रवण किया जा सके।
वही कार्यक्रम में उपस्थित डीपीओ आईसीडीएस ललिता कुमारी ने बताया कि जिले में पोषण पखवाड़ा एवं पोषण माह के दौरान पोषण एवं स्वास्थ्य का संदेश देकर लोगों को जागरूक किया गया जिसमें आईसीडीएस के साथ स्वास्थ्य विभाग की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही। कहा कि जिले में कुपोषण को समाप्त करने हेतु सतत प्रयास व नवाचार को जारी रखा जाएगा जिससे मां के गर्भ से ही कोई बच्चा बीमारी से ग्रसित ना रहे एवं स्वस्थ जीवन व्यतीत करते हुए समाज व राष्ट्र के विकास में सहभागी बने।
वही बाल विकास परियोजना अधिकारी ग्रामीण मंजू सिंह ने कहा कि पोषण माह के अतिरिक्त अन्य मौकों पर जैसे कोरोना काल में ,चमकी बुखार के समय आंगनवाड़ी सेविका/ सहायिका, आशा और एएनएम द्वारा गांव/टोलों में बड़े ही समर्पण के साथ अपने दायित्वों का निर्वाहन किया जाता रहा है।अतः उन्हें पुरस्कृत करना उनके दायित्वों के निर्वहन के प्रति उनके हौसले को बढ़ाना भी है।
इसके पूर्व सुश्री सुषमा सुमन जिला समन्वयक राष्ट्रीय पोषण मिशन के द्वारा पोषण अभियान के दौरान किए गए गतिविधियों का प्रस्तुतीकरण किया गया। सेविका मीनाक्षी कुमारी ,एएनएम सोंधी खुशबू, आशा कार्यकर्ता रीना कुमारी एवं कांटी सीडीपीओ बीनू कुमारी के द्वारा भी संबोधित किया गया।
मंच संचालन मुशहरी,ग्रामीण सीडीपीओ मंजू सिंह ने किया वहीं धन्यवाद ज्ञापन श्रीमती रीना कुमारी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी ,बरुराज के द्वारा किया गया।
बैठक में सिविल सर्जन मुजफ्फरपुर, जिला पंचायती राज पदाधिकारी फैयाज अख्तर, जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ सतीश कुमार एवं जिला जनसंपर्क पदाधिकारी कमल सिंह भी उपस्थित थे।
मौर्य ध्वज एक्सप्रेस
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