मुजफ्फरपुर : जिले के औराई प्रखंड की छब्बीसों पंचायतें पूर्णतः बाढ़ से प्रभावित हैं । इस क्षेत्र से होकर गुजरने वाली बागमती, लखनदेई और मनुषमारा नदियों का जलस्तर भले ही घटता-बढ़ता रहा हो, किन्तु एक बार तबाही मचाने के बाद आज भी इस क्षेत्र के लोगों की परेशानी बाढ़ के बीच ज्यों की त्यों बनी हुई है ।
विशेषकर औराई प्रखंड अंतर्गत आने वाले परियोजना बांध के उत्तर का वह इलाका, जहां मूसलाधार बारिश के बीच लखनदेई नदी के बाढ़ के पानी के साथ मनुषमारा नदी का काला पानी चहुंओर फ़ैल गया है । इसके चलते मनुष्य के साथ-साथ पशुओं में भी जलजनित बीमारियों के फैलने की संभावना बढ़ गई है। उधर औराई दक्षिणी क्षेत्र में भी कमोवेश स्थिति वैसी ही फजीहत भरी है। इस बार शिवहर जिले की तरफ से बागमती नदी की पुरानी धारा से होकर गोपालपुर होते हुए बड़े इलाके में आए बाढ़ के पानी से आज भी वहां पर जलजमाव की गंभीर समस्या बनी हुई है । एक हद तक,गंडक नदी के बाढ़ के पानी ने भी किसानों की खरीफ फसलों को बर्बाद किया है । वहीं परियोजना बांध के भीतर रहने वाले किसानों की मानें तो उन्होंने फ़सल की आस छोड़ दी है। बहरहाल जलजमाव से संपूर्ण औराई प्रखंड त्रस्त है ।मनुषमारा नदी का काला पानी बड़े पैमाने पर फ़ैल चुका है। फ़सल तो पहले ही बर्बाद हो चुकी है,अब इस प्रदूषित पानी से डायरिया,चर्म रोग, डेंगू व चिकनगुनिया जैसे संक्रामक एवं जानलेवा बीमारियों का खतरा बढ़ गया है । किन्तु जिला प्रशासन इससे बिल्कुल बेखबर है। प्रभावित क्षेत्रों में अभी तक किसी प्रकार का कोई छिड़काव नहीं किया गया है । और नहीं किसी जनप्रतिनिधि को इसका ध्यान है ।इसका सबसे बड़ा प्रमाण यही है कि अब तक किसी भी जनप्रतिनिधि का सार्थक प्रयास वास्तविकता के धरातल पर अनुपलब्ध है ।
संवाददाता : - कुन्दन कुमार
(औराई, मुजफ्फरपुर)
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