इस संबंध में कार्यपालक अभियंता बूढ़ी गंडक ने जानकारी देते हुए कहा कि बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में लगभग एक फीट की कमी आई है। जलस्तर घटने की रफ्तार जारी है। केचमेंट एरिया में बारिश भी नहीं है। चनपटिया में बूढ़ी गंडक नदी खतरे के निशान से नीचे आ गई है। ऐसी स्थिति में अगले तीन दिन के अंदर जिले में बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर भी घटेगा। बावजूद इसके जिला प्रशासन की हालात पर पैनी नजर बनी हुई है और सभी पदाधिकारियों को जिलाधिकारी द्वारा अलर्ट मोड में रहने का निर्देश दिया गया है ।जिलाधिकारी ने आम -आवाम से अपील की है कि पैनिक ना हो, अफवाहों से बचें । कीसी भी स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन तैयार है।इसके अतिरिक्त मीनापुर साइड से पानी का दबाव बना हुआ है। इस संबंध में भी आज बैठक कर अद्धतन स्थिति के बारे में जानकारी हासिल की गई। इस संबंध में बताया गया कि एसकेएमसीएच मेडिकल कॉलेज को लेकर तत्काल अभी कोई खतरे की बात नहीं है ।हालात पर नजर रखी जा रही है।
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