लखनऊ , राष्ट्रीय विकासवादी समता पार्टी में हुआ नए पदाधिकारियों का चयन : प्रोफेसर डॉ0 विश्व नाथ मौर्य
गौरतलब है कि बहुजन विरोधी भाजपा शासित राज्यों में तीब्रगति से बढ़ते जातिवाद और मनुवाद से पिछड़े, दलितों और शोषितों की स्थिति निरंतर बद से बदतर होती जा रही है। भाजपा की मोदी सरकार में उसकी गलत नीतियों और निर्णयों के कारण जहाँ मंहगाई, बेरोजगारी, भूखमरी और भ्रष्टाचार इत्यादि के बढ़ने एवं निजीकरण किए जाने से करोड़ों युवाओं की नौकरी छीने जाने से बहुसंख्यक वर्ग के मजदूरों, श्रमिकों, किसानों और शिक्षकों में हताशा और निराशा तेजी से बढ़ रही है । और उनमें बहुत से लोग इससे क्षुब्ध और दुखी होकर आत्महत्याएँ भी कर रहे हैं वहीं भाजपा सरकार के हिंदुत्व की आड़ में जातिवाद, मनुवाद और धर्मवाद के बढ़ने से बहुसंख्यक समाज के लोगों का सामाजिक और आर्थिक उत्पीड़न भी तेजी से बढ़ रहा है। नित्य आये दिन यही खबर सुनने और देखने को मिलता है कि सवर्णों के दबंग लोगों के द्वारा पिछड़े और दलित वर्ग के कमजोर लोगों को चिन्हित करके किसी न किसी बहाने उनको बेरहमी से मारा - पीटा जा रहा है। आलम यह है कि लचर कानून व्यवस्था में संरक्षण पाने से दबंगों का मनोबल बहुत बढ़ गया है जिससे उनके द्वारा बहुजन समाज के बहन - बेटियों के साथ निरंतर दुराचार, अत्याचार, बलात्कार और हत्या की घटनाएँ घटित हो रही हैं। हाल ही में गोरखपुर और लखीमपुर खीरी में दबंगों द्वारा किए गए बलात्कार और नृशंस हत्याकांड का मामला दर्ज किया गया है।
विज्ञापन ..........
इसके अलावा राम की नगरी कही जाने वाली अयोध्या में भी भोग और विलासिता में संलिप्त कुछेक बाबाओं द्वारा नाबालिग के साथ दुराचार और अत्याचार का मामला प्रकाश में आया है जो खबर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। तीब्रगति से बढ़ते अत्याचार, बलात्कार और हत्याओं पर मोदी-योगी सरकार द्वारा अंकुश न लग पाने की बदहाल स्थिति में पिछड़े - दलित वर्ग के लोग सर्वत्र भयभीत और असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। ऎसे में बहुजन समाज के हितों की हुंकार भरने वाली सपा - बसपा समेत अन्य विपक्षी पार्टियां भी अपने आन्तरिक जातिवाद, वंशवाद, अवसरवाद और पाखंडवाद समेत भिन्न-भिन्न विसंगतियों और विकारों के कारण उलझे होने से उनकी मूलभूत समस्याओं को सुलझाने अथवा मदद कर पाने में पूर्णतः अक्षम साबित हो रही हैं। वर्तमान में सामान्यतः बहुजन समाज के इन तथाकथित पार्टियों का रुझान भी बहुसंख्यक वर्ग के हितों की चिंता करने की ओर न होकर जातिवाद, धर्मवाद और मनुवाद के सहारे सत्ता हथियाने की ओर ही दिखायी दे रहा है। परिणामस्वरूप छद्म और घृणित सियासत करने वाली इन तथाकथित पार्टियों के प्रति पिछड़े, दलित और शोषित वर्गों में असंतोष और आक्रोश उत्पन्न हो रहा है। सपा-बसपा - भाजपा और कांग्रेस से अपने हितों की आश लगाए हुए पिछड़े, दलितों और शोषितों की मनोदशा बुरी तरह से आहत हुई है और वे इन पार्टियों की छद्म राजनीति से अपने को ठगी का शिकार पाकर दिशाविहीन और किंकर्तव्यविमूढ़ की स्थिति में पहुँच गये हैं। बता दें कि वर्तमान में संघ- भाजपा के द्वारा फैलाए जा रहे जातिवाद, धर्मवाद और मनुवाद के प्रचंड प्रभाव में आकर सत्ता पाने की होड़ में सपा - बसपा समेत अन्य विपक्षी पार्टियां भी भाजपा की बहुजन विरोधी नीतियों को अपनाने के लिए ही अपनी विवशता दर्शा रही हैं जो बहुसंख्यक समाज के लिए न केवल चिंताजनक है बल्कि अत्यन्त दुर्भाग्यपूर्ण भी है। अतएव वर्तमान में सपा, बसपा, भाजपा और कांग्रेस के बहुजन विरोधी नीतियों से उत्पन्न ऎसी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति का सामना और आँकलन करते हुए बहुसंख्यक समाज के लोग राष्ट्रीय विकासवादी समता पार्टी (राविसपा) की ओर बढ़ रहे हैं जो मुख्यतः उनके हक हुकूफ को दिलाने एवं उन पर हो रहे अन्याय के विरुद्ध आवाज उठाने के लिए ही संकल्पित और समर्पित है।
इसके अलावा राम की नगरी कही जाने वाली अयोध्या में भी भोग और विलासिता में संलिप्त कुछेक बाबाओं द्वारा नाबालिग के साथ दुराचार और अत्याचार का मामला प्रकाश में आया है जो खबर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। तीब्रगति से बढ़ते अत्याचार, बलात्कार और हत्याओं पर मोदी-योगी सरकार द्वारा अंकुश न लग पाने की बदहाल स्थिति में पिछड़े - दलित वर्ग के लोग सर्वत्र भयभीत और असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। ऎसे में बहुजन समाज के हितों की हुंकार भरने वाली सपा - बसपा समेत अन्य विपक्षी पार्टियां भी अपने आन्तरिक जातिवाद, वंशवाद, अवसरवाद और पाखंडवाद समेत भिन्न-भिन्न विसंगतियों और विकारों के कारण उलझे होने से उनकी मूलभूत समस्याओं को सुलझाने अथवा मदद कर पाने में पूर्णतः अक्षम साबित हो रही हैं। वर्तमान में सामान्यतः बहुजन समाज के इन तथाकथित पार्टियों का रुझान भी बहुसंख्यक वर्ग के हितों की चिंता करने की ओर न होकर जातिवाद, धर्मवाद और मनुवाद के सहारे सत्ता हथियाने की ओर ही दिखायी दे रहा है। परिणामस्वरूप छद्म और घृणित सियासत करने वाली इन तथाकथित पार्टियों के प्रति पिछड़े, दलित और शोषित वर्गों में असंतोष और आक्रोश उत्पन्न हो रहा है। सपा-बसपा - भाजपा और कांग्रेस से अपने हितों की आश लगाए हुए पिछड़े, दलितों और शोषितों की मनोदशा बुरी तरह से आहत हुई है और वे इन पार्टियों की छद्म राजनीति से अपने को ठगी का शिकार पाकर दिशाविहीन और किंकर्तव्यविमूढ़ की स्थिति में पहुँच गये हैं। बता दें कि वर्तमान में संघ- भाजपा के द्वारा फैलाए जा रहे जातिवाद, धर्मवाद और मनुवाद के प्रचंड प्रभाव में आकर सत्ता पाने की होड़ में सपा - बसपा समेत अन्य विपक्षी पार्टियां भी भाजपा की बहुजन विरोधी नीतियों को अपनाने के लिए ही अपनी विवशता दर्शा रही हैं जो बहुसंख्यक समाज के लिए न केवल चिंताजनक है बल्कि अत्यन्त दुर्भाग्यपूर्ण भी है। अतएव वर्तमान में सपा, बसपा, भाजपा और कांग्रेस के बहुजन विरोधी नीतियों से उत्पन्न ऎसी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति का सामना और आँकलन करते हुए बहुसंख्यक समाज के लोग राष्ट्रीय विकासवादी समता पार्टी (राविसपा) की ओर बढ़ रहे हैं जो मुख्यतः उनके हक हुकूफ को दिलाने एवं उन पर हो रहे अन्याय के विरुद्ध आवाज उठाने के लिए ही संकल्पित और समर्पित है।
विज्ञापन ...........
उक्त क्रम में उल्लेखनीय है कि देश- विदेश के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों एवं तकनीकी संस्थानों में प्रोफेसर, विभागाध्यक्ष, डीन और डायरेक्टर के पद पर सेवा कर चुके डॉ0 विश्व नाथ मौर्य को उनके उत्कृष्ट कार्यों को लेकर राष्ट्रीय शिक्षा रत्न, भारत गौरव और डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम एक्सीलेंस एवार्ड समेत दर्जनों पुरस्कार से नवाजा जा चुका है जिनके कुशल नेतृत्व में ही विशेषकर पिछड़े, दलितों, शोषितों और वंचितों के हक, अधिकार एवं न्याय दिलाने के लिए राष्ट्रीय विकासवादी समता पार्टी (राविसपा) का गठन किया गया है जो अपनी विचारधाराओं, नीतियों और सिद्धांतों को लेकर आम जनता के बीच एक लोकतांत्रिक पार्टी के रूप में उभर रही है। राविसपा अपने वचनबद्धता के प्रति पूर्णतः समर्पित है और अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए निरन्तर संघर्षरत है। इसमें बिना किसी भेदभाव किए हुए सभी जातियों, धर्मों और संप्रदायों के लोगों को समान अवसर प्राप्त होगा। राविसपा में किसी व्यक्ति के जाति और धर्म को कोई प्राथमिकता नहीं दिया जायेगा बल्कि उसके शिक्षा, योग्यता, गुणवत्ता, कार्य कुशलता, कर्तव्य परायणता, सुचिता और सत्यनिष्ठा इत्यादि व्यक्तिगत गुणों के आधार पर ही उसे आगे बढ़ने का अवसर प्राप्त होगा। लोकतन्त्र और राजनीति के बढ़ते अपराधीकरण को यथासम्भव दूर करने के उद्देश्य से पार्टी स्तर पर राविसपा के संस्थापक एवं अध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. विश्व नाथ मौर्य के नेतृत्व में पार्टी के पदाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि वे अपराधिक छवि वाले अथवा भ्रष्टाचार में लिप्त व्यक्तियों को पार्टी में किसी भी रूप में कदापि शामिल न करें। यही कारण है कि पार्टी के सभी पदाधिकारीगण शिक्षित, संयमित, अनुशासित और योग्य हैं जिनके अच्छे आचार, विचार, व्यवहार और सक्रिय योगदान से प्रभावित होकर शिक्षित एवं बुद्धिजीवी वर्ग के लोग संगठन पदाधिकारी, विधिक सलाहकार, विचारक और समर्थक के रूप में पार्टी से जुड़ रहे हैं। पार्टी के उत्तर प्रदेश महासचिव प्रोफेसर अरविंद मौर्य एवं लखनऊ मंडल के जिलाध्यक्षों की अनुशंसा पर भारतीय रेलवे से सेवानिवृत्त इंजीनियर सीताराम सिंह कुशवाहा जी को लखनऊ मंडल का महासचिव (संगठन) एवं श्री अरिदमन प्रताप सिंह (व्यापारी) को हरदोई जिले का महासचिव (युवा प्रकोष्ठ) तथा श्री देश दीपक वर्मा (व्यापारी) को हरदोई के 158 सांडी विधानसभा क्षेत्र का प्रभारी मनोनीत किया गया है। पार्टी के नए पदाधिकारियों को जोड़ने में हरदोई के जिलाध्यक्ष (यु.प्र.) इंजीनियर मोरध्वज वर्मा जी (व्यापारी) एवं लखनऊ के जिलाध्यक्ष (उ.प्र.) इंजीनियर उदय प्रकाश यादव जी का विशेष योगदान रहा है। राष्ट्रीय विकासवादी समता पार्टी में नव नियुक्त पदाधिकारियों के शामिल होने से उप्र महासचिव प्रो. अरविंद मौर्य समेत युवा प्रकोष्ठ के भिन्न-भिन्न जिलाध्यक्षक्षों ने आशा एवं विश्वास के साथ खुशी जताया है कि पार्टी में उनके शामिल होने से निश्चित रूप से पूरे लखनऊ मण्डल एवं निकटवर्ती जिले में पार्टी का संगठन मजबूत होने से पार्टी के विचारधाराओं, नीतियों और सिद्धांतों का प्रचार और प्रसार तीब्रगति से होगा जिससे पार्टी के संगठन का न केवल तेजी से विस्तार ही होगा अपितु बहुसंख्यक समाज के हितों की रक्षा के लिए पार्टी का संकल्प भी पूरा होने में भरसक मदद मिलेगी। राष्ट्रीय विकासवादी समता पार्टी की ओर से अध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. विश्व नाथ मौर्य, युवा प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव प्रोफेसर अरविंद मौर्य, लखीमपुर खीरी के जिलाध्यक्ष डॉ. विनोद सिंह एवं महासचिव डॉ. अशोक कुमार, लखनऊ के महासचिव (महिला प्रकोष्ठ) एडवोकेट अंकिता मौर्य, जौनपुर के जिलाध्यक्ष डॉ. मनीष मौर्य, रायबरेली के जिलाध्यक्ष (यु.प्र.) सतीश सैनी और सीतापुर सचिव फिजियोथेरेपिस्ट विपिन मौर्य समेत अन्य पदाधिकारियों ने राविसपा में चयनित नए पदाधिकारियों को उनके स्वर्णिम राजनैतिक भविष्य के लिए अनंत शुभकामनाओं के साथ हार्दिक बधाई दिया।
संवाददाता :- प्रेम शंकर
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें