मुजफ्फरपुर ,काँटी, किसानों को इनपुट सब्सिडी देने के मामले मे कृषि मंत्री कर रहे हैं गलत बयानी, मुख्यमंत्री करें पहल ।
किसानों को फसल क्षति का इनपुट सब्सिडी देने के मामले पर राज्य के कृषि मंत्री गलत बयानी कर रहे हैं। बीते 4 माह से जिले के एक भी किसान के खाते में इनपुट सब्सिडी का फूटा कौड़ी नहीं गया है। लेकिन कृषि मंत्री लगातार इनपुट सब्सिडी की राशि किसानो के खाते में भेजने की बात कर रहे हैं। उनका यह बयान किसानों के लिए जले पर नमक छिड़कने जैसे है। इस गंभीर मसले पर मुख्यमंत्री जी को शीघ्र संज्ञान लेकर कार्रवाई करना चाहिए। ताकि किसानों को इस विपदा के घड़ी में राहत मिल सके ।
उक्त बातें बुधवार को अपने मधुबन स्थित आवास पर, गरीबों के बीच राहत सामग्री वितरण करने के उपरांत पत्रकारों से बातचीत करते हुए ,पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने कहा। उन्होंने कहा की प्रकृति आपदा से जिले के किसान पूरी तरह तंग तबाह व परेशान हैं। इस मसले पर सरकार ने इनपुट सब्सिडी के लिए चार- चार बार आवेदन करने की तिथि बढ़ाया है। काफी खर्च कर किसानों के द्वारा बार-बार आवेदन भी किया गया है । लेकिन परिणाम अब तक कुछ भी नहीं निकला है। श्री कुमार ने कहा कि विभाग के इस ढुल मूल नीति से , जिले के कृषि विभाग के कर्मी भी उहापोह की स्थिति में हैं। पूछने पर वे भी किसानों को कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पा रहे हैं ।जिस वजह से किसान खासे परेशान हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री जी को चाहिए की इस मामले पर वे स्वयं पहल कर प्रभावित किसानों को शीघ्र इनपुट सब्सिडी का लाभ दिलावे।
राहत सामग्री वितरण कार्यक्रम में पूर्व मुखिया राजेश्वर प्रसाद गुप्ता, कमलेश कांत गिरी, शारदानंद प्रसाद, मनमोहन सिंह, नंदन कुमार, केशव सिंह, सहदेव पासवान, रविंदर यादव , मोहम्मद शमीम, सुनील शर्मा, शंभू शाह , विनय ठाकुर, राजू पासवान, रितेश सिंह राजपूत, गुड्डू महतो ,उज्जवल चौधरी ,रवीश कुमार सिंह, राजकिशोर सहनी, प्रभु सहनी आदि ने पूर्व मंत्री को वितरण में सहयोग किया।
संवाददाता :- अभिषेक मिश्रा
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