प्रवासी मजदूरों को अपने घर भेजने के लिए ट्रेन का खर्च कॉग्रेस उठाएगी। लेकिन वाहवाही भाजपा बटोरने में लगी हुई है। कोरोनावायरस लॉक डाउन की वजह से फसे प्रवासी मजदूरों को एवं छात्रों को लेकर विशेष ट्रेन चलाई जा रही है ।
जिसमें श्रमिक विशेष ट्रेन शुक्रवार को केरल , तेलंगाना , महाराष्ट्र , राजस्थान से शुक्रवार को रवाना हुई । यह ट्रेन ओडिशा ,मध्य प्रदेश ,उत्तर प्रदेश ,और बिहार के लिए रवाना की गई। इसकी व्यवस्था संबंधित राज्यों के अनुरोध पर रवाना किया गया । इसी बीच गुजरात से भी यात्रीयों को लेकर ट्रेन रवाना हुई ।लेकिन इस ट्रेन को बीजेपी नेता ने अपनी पार्टी का झंडा दिखाकर रवाना किया । जिसे लेकर कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने इस मामले पर सवाल उठाए।
और सूरत से यात्रियों के लिए ट्रेन रवाना करने के लिए ,बीजेपी के झंडे दिखाकर ट्रेन को रवाना करने पर आपत्ति जताई और कहा कि , भाजपा के झंडे की जगह तिरंगे का झंडा इस्तेमाल किया जाना चाहिए । इस पर उन्होंने पूछा कि , ट्रेन भारत की है ,या' बीजेपी पार्टी की । मोदी सरकार तो इन गरीबों से किराए का भी पैसा वसूल रही है ।
फिर उसे अपनी पार्टी का झंडा दिखाकर ट्रेन को रवाना करने का यह तरीका दिखाता है । इसी बीच गुजरात से उड़ीसा आने के लिए जहां ₹305 किराया लगता है । वहां रेलवे इन मजदूरों से ₹315 किराया भी वसूल रही है । इस पर उन्होंने कहा कि , भाजपा सरकार इन गरीबों पर राजनीतिक कर रही है। इस पर अहमद पटेल ने ट्वीट करके भाजपा सरकार से सवाल पूछा ।
# पहला - बीजेपी पार्टी के झंडे की जगह तिरंगा का इस्तेमाल क्यों नहीं किया ।
# दूसरा - ट्रेन बीजेपी की है या भारत की ।
# तीसरा - गरीब प्रवासी अपने घर जाने के लिए इस यात्रा के लिए पैसा क्यों दे रहे थे ।
# चौथा - यात्रा खर्च को पीएम केयर से क्यों नहीं दिया गया ।
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