संवाददाता :- अभिषेक मिश्रा
मुजफ्फरपुर , रालोसपा जिलाध्यक्ष ने छात्रों एवं मजदूरों को लाने में देरी को लेकर , सुशासन सरकार पर उठाय सवाल ।।
मुजफ्फरपुर रालोसपा जिला अध्यक्ष राजू कुशवाहा ने नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, राज्य में डबल इंजन की सरकार है । जिसमें बिहार के उपमुख्यमंत्री छोटे मोदी सुशील मोदी हैं। बिहार के बाहर फंसे लाखों की संख्या में विद्यार्थी और मजदूरों को लाने में विफल साबित हो रही है। रालोसपा जिला अध्यक्ष ने आगे कहा कि छोटे मोदी केंद्र के बड़े मोदी को धन्यवाद देने में व्यस्त थे। वही झारखंड की सोरेन सरकार अपने विद्यार्थी को घर वापसी का इंतजाम कर बुलवा रही है । एवं कोटा से झारखंड के बच्चों का पहला जत्था भी रांची जोन के लिए निकल पड़ा है । इस मदद के लिए झारखंड की सोरेन सरकार ने केंद्र सरकार एवं राजस्थान के गहलोत सरकार के सभी पदाधिकारी को हृदय से आभार व्यक्त किया । जो ट्रेन कोटा से धनबाद के लिए रवाना हो चुकी है। इस पर राजू कुशवाहा ने बताया कि बिहार कि नीतीश सरकार केवल खोखले वादे ,और झूठ की बुनियाद पर खड़ी है। 15 साल की सुशासन बाबू की सरकार अभी भी कोटे में फंसे हजारों विद्यार्थियों को लाने में विफल साबित हो रही है । उन्होंने कहा कि अगर हम सरकारी आंकड़ों को छोड़ दें तो , एक आकलन के मुताबिक छात्रों और मजदूरों सहित कुल 35 से 40 लाख लोग को बिहार में वापस लाना है । उन्होंने यह भी बताया की बिहार के ही लोग देश भर में सबसे ज्यादा मजदूरी क्यों करते हैं । इतनी बेबसी क्यों है। देश का एक बड़ा हिस्सा इतना पीछे क्यों है । जबकि सुशासन सरकार के नाम पर नीतीश सरकार वाहवाही लूट रही है। जबकि वास्तविकता यह है कि विकास के नाम पर अभी बिहार में कोई काम नहीं हुआ है। बिहार के सुशासन सरकार में रोजगार देने की बजाय बिहारियों के रोजगार, रोजी - रोटी भी छीन लिया गया । बिहार की जनता पैसा कमाने के लिए बिहार से बाहर पलायन करता है। लेकिन पलायन को रोकने के लिए बिहार सरकार ने कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किया है। और अभी मजदूरों और छात्रों को लाने में असमर्थता दिखाकर बिहार सरकार अपनी कंगाली को दिखा रही है । लेकिन नीतीश सरकार के मंत्री मालामाल हो रहे हैं। एवं अपने रशुखों का फायदा उठाकर अपने बच्चे, एवं रिश्तेदारों को स्पेशल पास के द्वारा अपने घर बुला लेती है। लेकिन गरीब असहाय मजदूर एवं अनु छात्रों को लाने के लिए नीतीश सरकार के पास कोई साधन ही नहीं है। इस कोरोनावायरस महामारी में बिहार की ढोंगी, सुशासन और विकास का पोल खुल गया है। और बिहार की आम जनता नीतीश सरकार को जीता कर अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रही हैं। जिसका हिसाब आम जनता आने वाले विधानसभा चुनावों में नीतीश सरकार से अवश्य लेगी।
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