स्क्रीनिंग के साथ चमकी पर भी किया जाएगा जागरुक
जिले में 320 लोग आए हैं विदेश से
अर्बन के 30 वार्डों में भी की जाएगी स्क्रीनिंग
राज्य सरकार के निर्देश पर जिले में इस वर्ष 1 मार्च के बाद विदेश से आए सभी 320 लोगों के 192 गांव की स्क्रीनिंग की शुरुआत शुक्रवार से हो गयी है। यह सभी व्यक्ति जिले के 16 प्रखंडों से हैं। इस अभियान में पल्स पोलियो की तर्ज पर डोर टू डोर सर्वे किया जा रहा है। इस कार्य के लिए आशा, आंगनबाड़ी और एएनएम को लगाया गया है। यह सभी 192 गांव के प्रत्येक घर में जाकर कोरोना के तीन प्रमुख लक्षण सर्दी, सांस लेने मे तकलीफ और खांसी के मरीजों की खोज करेंगी। इस तरह के लक्षण पाये जाने वाले लोगों का सैंपल जांच के लिए लिया जाएगा। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डाॅ आरपी सिंह ने बताया कि इसके लिए माइक्रोप्लान तैयार कर लिया गया है। इस दौरान 5 दिनों तक इन गांवों के प्रत्येक घर को तलाशा जाएगा। वहीं इसके आगे के तीन 3 दिनों में फिर से इन जगहों का सर्वे किया जाएगा। इस दौरान आशा, आंगनबाड़ी और एएनएम लोगों को चमकी बुखार के बारे में भी जागरुक करेगीं।
सर्वे के अभियिान के लिए सभी आशा आंगनबाड़ी को उनके पीएचसी में शुक्रवार को ही प्रशिक्षित कर दिया गया है। 192 गांव के अलावा अर्बन के 30 वार्डों में भी प्रत्येक घरों में स्क्रीनिंग की जाएगी।
350 सर्वे टीम और 120 सुपरवाईजर को जिम्मेवारी
यूनिसेफ के एसएमसी राजेश ने बताया कि इस अभियान के लिए 16 प्रखंडों में 350 सर्वे टीम तथा 120 सुपरवाइजर की नियुक्ति की गई है। इस डोर टू डोर सर्वे में यूनिसेफ और केयर अपना तकनीकी सहयोग दे रही हैै।
प्रत्येक घरों की होगी मार्किंग
सर्वे कार्य के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा कोविड 19 फॉर्म उपलब्ध कराये गये हैं। इसमें तीन स्तरों पर सूचना उपलब्ध कराने का काम किया जाना है। कोविड-19 फॉर्म के तहत पहला प्रपत्र स्थानीय स्तर पर नियुक्त किये गये दलकर्मी भरेंगे। कोविड 19 फॉर्म के तहत 2, 3 व 3 ए व 4 प्रपत्र को पर्यवेक्षक व फॉर्म 5 जिला स्तर पर भरने का काम किया जायेगा। सर्वे के दौरान प्रत्येक घर में हाउस मार्किंग की जायेगी। संदिग्ध पाये गये व्यक्तियों के घरों पर मार्किंग किया जायेगा।
दवा दुकानों व ग्रामीणों चिकित्सको से ली जाएगी सूचना
सर्वे के दौरान पर्यवेक्षक अपने दलकर्मियों के पोषक क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले प्रत्येक दवा दुकान एवं सामुदायिक व ग्रामीण चिकित्सक से संपर्क कर बुखार के साथ खांसी अथवा सांस लेने में परेशानी वाले चिन्हित मरीजों की विवरणी फॉर्म 3 ए में भरेंगे। दवा दुकान, सामुदायिक व ग्रामीण चिकित्सकों से संदिग्ध मरीजों की विवरणी प्राप्त करने का कार्य अभियान सर्वे के प्रथम दिन तथा छठे दिन किया जायेगा तथा तदनुसार प्राप्त किये गये सूची का सत्यापन कर संदिग्धों की सूची तैयार की जायेगी। इसके बाद यह सूची प्रखंड कार्यालय को उपलब्ध कराया जाना है।
संदिग्धों की स्क्रीनिंग एवं टेस्टिंग
सर्वे के दौरान करोना संक्रमण के संदिग्ध मरीजों की स्क्रीनिंग तथा टेस्टिंग की जा रही है। कोविड फॉर्म 3 एवं 3 एक में दर्ज आंकड़ों में संदिग्ध लक्षणों के साथ पाये गये व्यक्तियों को कोरेंटाइन करते हुए प्रखंड स्तरीय चिकित्सकों की टीम द्वारा स्क्रीनिंग की जा रही है। संदिग्ध मरीजों की जांच के लिए सैंपल सैंपल भी लिया जा रहा है।
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