एईएस/चमकी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर जिलाधिकारी डॉ० चन्द्रशेखर सिंह के निर्देश के आलोक में आज सभी प्रखंडों के वरीय प्रभारी पदाधिकारी अपने -अपने प्रखंडों में आयोजित एईएस/चमकी बुखार से सम्बंधित प्रखंडस्तरीय प्रशिक्षण- सह- उन्मुखीकरण कार्यशाला में अपनी भागीदारी सुनिश्चित की। इस प्रशिक्षण -सह- उन्मुखीकरण कार्यशाला में प्रखंड स्तरीय सभी पदाधिकारियो का एईएस को लेकर उन्मुखीकरण किया गया। इस प्रशिक्षण- सह -उन्मुखीकरण कार्यक्रम में सभी प्रखंडों के शतप्रतिशत पदाधिकारियों की उपस्थिति सुनिश्चित हुई। सभी पीएचसी में आहूत इस कार्यशाला में सभी प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी एवं केयर के प्रखंड स्तरीय प्रतिनिधियों के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण में मुख्य रूप से एईएस से संबंधित केस की पहचान, इस संबंध में क्या किया जाए नहीं किया जाए , एंबुलेंस तथा वाहनों का उपयोग कैसे हो, पेशेंट को जल्द से जल्द अस्पताल कैसे पहुंचाई जाए, प्रखंड स्तरीय समन्वय समिति से कैसे बेहतर तालमेल हो,जनजागरूकता का अनुश्रवण आदि के संबंध में सभी बुनियादी एवं तकनीकी बातों से उन्हें रूबरू कराया गया ।प्रशिक्षण कार्यक्रम के बाद सभी वरीय प्रभारी पदाधिकारियो द्वारा पीएचसी स्तर पर चमकी बुखार को लेकर की गई तैयारियों का जायजा भी लिया गया।इस संबंध में केयर के जिला स्तरीय प्रतिनिधि सौरभ तिवारी ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश के आलोक में आज का प्रशिक्षण कार्यक्रम को सफलतापूर्वक आयोजित किया गया ।
सभी पदाधिकारियों को चमकी बुखार से संबंधित तकनीकी जानकारियों एवं महत्वपूर्ण बातों को साझा किया गया । उन्होंने कहा इस क्रम में सोशल डिस्टेंसिंग को भी मेंटेन किया गया। मालूम हो कि पिछले वर्ष चमकी बुखार से प्रभावित 196 पंचायतों को 196 पदाधिकारियों ने गोद लिया है ।सभी 196 जिला स्तरीय एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी सभी 196 पंचायतो में कल कूच करेंगे और गत वर्ष चमकी बुखार से प्रभावित गांवों में डोर टू डोर विजिट कर लोगों को जागरूक करेंगे इस क्रम में सोशल डिस्पेंसिंग हर हाल में मेंटेन हो इसका भी निर्देश दिया गया है।
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