"चमकी बुखार पर चर्चा" का हुआ आगाज।। 196 पदाधिकारी पहुंचे अपने -अपने गोद लिए हुए पंचायत/ गांव में । जिलाधिकारी अपने टीम के साथ पहुंचे पानापुर हवेली पंचायत के दरियापुर गांव। सभी 196 पंचायतों के विभिन्न गांवों में "चमकी पर हुई चर्चा" । डोर टू डोर विजिट कर महिलाओं एवं पुरुषों को किया गया जागरूक स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी "चमकी पर चर्चा" में की शिरकत एवं लोगों को किया जागरूक सोशल डिस्टेंसिंग का भी रखा गया ध्यान। जिलास्तरीय और सभी प्रखण्डो के 196 पदाधिकारी आज विभिन्न प्रखंडों के 196 पंचायतों के विभिन्न गांवों में "चमकी पर चर्चा" कार्यक्रम में शामिल हुए।
डोर टू डोर विजिट किया। चमकी बीमारी से बचाव को लेकर जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई तैयारियों की ना केवल जानकारी दी गई बल्कि उपस्थित महिलाओं- पुरुषों को विश्वास भी दिलाया गया कि प्रशासन आपके साथ है। जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर डॉ० चंद्रशेखर सिंह सहित उप विकास आयुक्त ,अपर समाहर्ता आपदा ,अपर समाहर्ता राजस्व एवं जिले के और प्रखंडों के सभी पदाधिकारियों ने अपने -अपने गोद लिए हुए गांव में आयोजित कार्यक्रम "चमकी पर चर्चा "में अपनी उपस्थिति सुनिश्चित की ।इस क्रम में जिलाधिकारी डॉ० चंद्रशेखर सिंह कांटी प्रखंड के पानापुर हवेली पंचायत के दरियापुर दामोदरी गांव में पहुंचे ।मालूम हो कि जिलाधिकारी द्वारा पानापुर पंचायत को गोद लिया गया है । डीएम डॉ०.चंद्रशेखर सिंह गांव में सोशल डिस्टेंस बनाकर घूमे व डोर टू डोर जाकर लोगो को एईएस/चमकी बुखार व कोरोना वायरस से बचाव को लेकर अहम जानकारी दिया।उन्होंने उपस्थित लोगों को विशेषकर महिलाओं को चमकी बुखार /एईएस को लेकर जागरूक व सजग रहने की अपील भी की। साथ ही महिलाओं व पुरुषों को अपने - अपने बच्चों पर निगरानी रखने की भी बात कही।
डीएम डॉ,० चंद्रशेखर सिंह ने चमकी पर चर्चा कार्यक्रम में भी शिरकत किया। कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं और पुरुषों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि चमकी बुखार को लेकर डरने की आवश्यकता नहीं है। बल्कि अब समय आ गया है कि सभी लोग आंख खोल कर रखें।मतलब सतर्क ,सजग और जागरूक रहें। कहा कि जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा चमकी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं ।उन्होंने महिलाओं को विशेष तौर पर संबोधित करते हुए उनसे अनुरोध किया कि बच्चों को धूप में न खेलने दे । गिरे हुए कच्चे फलों को न खाने दे ।उन्हें पानी पिलाते रहें ।ओआरएस का घोल भी उन्हें दे । रात को भूखे पेट ना सोने दे ।यदि बच्चा सो जाता है तो उसे उठाकर खिलाएं । यदि किसी भी तरह का लक्षण परलक्षित होता है तो सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई वाहन /एंबुलेंस के माध्यम से बिना समय गवाएं स्थानीय पीएचसी में जरूर पहुंचे ।चमकी पर चर्चा कार्यक्रम में डब्ल्यूएचओ के डॉक्टर आनंद , केयर के जिला प्रतिनिधि सौरभ तिवारी ,एवं स्थानीय चिकित्सा पदाधिकारी और जनप्रतिनिधियों ने भी लोगों को अवेयर किया। साथ ही उपस्थित जीविका दीदियों और आंगनवाड़ी सेविका/ सहायिका ने भी अपनी बातें रखी। उन्हें भी जिलाधिकारी द्वारा उन्मुखीकरण किया गया तथा उन्हें निर्देश दिया गया कि वे प्रत्येक घर पर एवं बच्चो पा निगरानी रखें।डीएम डॉ.चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि बच्चा में ऐसा कुछ भी लक्षण दिखाई देता है तो संबंधित स्थानीय पीएचसी में लेकर जाएं।सरकारी एम्बुलेंस /गाड़ी मुस्तैद रहेगी गाड़ी भाड़ा का चिंता नहीं करना है। प्रत्येक गांव में गाड़ियों को चिन्हित किया जा रहा है ।जिन का भाड़ा पीएससी में बनाए गए काउंटर पर उन्हें तत्काल उपलब्ध करा दिया जाएगा ।
पंचायत सरकार भवन के पास अवस्थित सामुदायिक शौचालय का शुभारंभ भी भी उनके द्वारा किया गया।इस मौके पर उन्होंने लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक रहने की अपील भी की। इस मौके पर एडीएम आपदा प्रबंधन अतुल कुमार वर्मा, जिला सूचना व जनसंपर्क पदाधिकारी कमल सिंह, सहायक निदेशक बाल संरक्षण इकाई सह कांटी प्रखंड के वरीय प्रभारी उदय कुमार झा, कांटी बीडीओ उमा भारती,सीओ रविंद्र भारती, कांटी पीएचसी प्रभारी डॉ. यूपी चौधरी ,डब्लू एच एओ ,केयर इंडिया के प्रतिनिधि समेत स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
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