कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम हेतु जिला प्रशासन ,पुलिस प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग एवं अन्य विभागों के द्वारा हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। इस संबंध में जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर द्वारा आवश्यक निर्देश दिया जा चुका है। साथ ही संयुक्त आदेश के द्वारा सभी पदाधिकारियों के दायित्व को भी तय कर दिया गया है। साथ ही चार महत्वपूर्ण कोषांगों का भी गठन किया गया है । जिसके माध्यम से जिला स्तर से लेकर पंचायत एवं गांव स्तर पर पैनी नजर रखी जाएगी। आंगनवाड़ी सेविका/ सहायिका , आशा और जीविका दीदियों के द्वारा अन्य प्रदेशों से और विदेशों से आए हुए व्यक्तियों का सर्वे कर इसकी सूचना तत्कालिक रूप से प्रखंड एवं जिला को दी जाएगी।
ताकि अग्रेतर कार्रवाई की जा सके ।सरकार के निर्देश के आलोक में पूरे बिहार को लॉक डाउन किया गया है ।इस संबंध में जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर डॉ चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि खुद को बचाने के लिए और समाज को बचाने के लिए लोग अपने घरों में ही रहे। अति आवश्यक होने पर ही घर से बाहर निकलें। उन्होंने जिले वासियों से अपील की है कि संकट की इस घड़ी में धैर्य बनाकर रखें ।अफवाहों पर ध्यान ना दें ।उन्होंने स्पष्ट कहा है कि लॉक डाउन की स्थिति में सभी अनिवार्य सेवाएं बहाल रहेंगी। कहा कि पैनिक होने की आवश्यकता नहीं है ।सजग रहें, सतर्क रहें और एतिहात बरतें ।उन्होंने संकट की इस घड़ी में शहरवासियों और जिले वासियों से यह गुजारिश की है कि सरकार के निर्देशों का पालन हर हाल में की जाए और ऐसा करने से ही इस संकट का सामना किया जा सकता है।जिलाधिकारी और वरीय पुलिस अधीक्षक द्वारा स्वयं हालात पर नजर रखी जा रही है। जिलाधिकारी और वरीय पुलिस अधीक्षक स्वयं शहर के विभिन्न हिस्सों में भ्रमण कर रहे हैं और लोगों को समझाते हुए उन्हें घर में रहने की सलाह भी उनके द्वारा दीजा रही है। लॉक डाउन के मद्देनजर सभी आवश्यक प्रशासनिक तैयारियां मुकम्मल कर ली गई हैं और सरकार के निर्देश के आलोक में लॉक डाउन को देखते हुए सभी महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे ताकि करोना जैसे संकट से हमारा शहर हमारा राज्य और राष्ट्र निजात पा सके। बिना काम के घर से बाहर घूमने वाले निसंदेह समाज के दुश्मन हैं। ऐसे लोगों के विरुद्ध सरकार के निर्देशों के आलोक में सख्त विधि सम्मत कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
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