कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम एवं उस पर प्रभावी नियंत्रण के मद्देनजर आज जिलाधिकारी डॉ० चंद्रशेखर सिंह की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में जिला स्तरीय टास्क फोर्स समिति की बैठक आहूत की गई। बैठक में कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम हेतु जिला से लेकर पंचायत स्तर तक पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित करने के मद्देनजर महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए एवं उपस्थित पदाधिकारियों को सरकार के निर्देश के आलोक में आवश्यक निर्देश दिए गए। बैठक में वरीय पुलिस अधीक्षक मुजफ्फरपुर भी उपस्थित थे। जिलाधिकारी ने सभी पदाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया उक्त वायरस के संक्रमण की रोकथाम हेतु सभी आवश्यक कार्य करना सुनिश्चित करें। कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम एवं बाहर से आने वाले संदिग्ध व्यक्तियों की स्क्रीनिंग एवं चिकित्सीय परीक्षण तथा उन्हें आवश्यकतानुसार चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने एवं लोगों में जागरूकता एवं प्रचार प्रसार के लिए किए जा रहे कार्यों का अनुश्रवण करते हुए अपेक्षित सभी आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए बैठक में चार महत्वपूर् कोषांग का गठन करने का निर्णय लिया गया।(1)Quarantine Monitoring एवं ट्रैकिंग कोषांग--- जिसके वरीय प्रभार में डीडीसी उज्जवल कुमार सिंह एवं नोडल पदाधिकारी श्री फैयाज अख्तर एवं पुलिस निरक्षक राकेश कुमार होंगे। इस कोषांग में सहयोगी पदाधिकारी की भूमिका में 9 जिला स्तरीय पदाधिकारियों को भी रखा गया है। कोषांग के द्वारा रेलवे स्टेशन बस स्टैंड पर 1 मार्च की तिथि से जिले में आए हुए सभी यात्रियों एवं अन्य संदिग्ध व्यक्तियों के संबंध में सूचना प्राप्त किया जाएगा ।यात्रियों के आगमन से संबंधित सूचना प्राप्त कर उनके स्क्रीनिंग एवं चिकित्सीय परीक्षण की व्यवस्था की जाएगी तथा आवश्यकता पड़ने पर उपचार एवं Quarantine की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। क्वॉरेंटाइन सेंटर के लिए जिला मुख्यालय ,प्रखंड मुख्यालय में उपयुक्त स्थल को चिन्हित किया जाएगा। चिन्हित किए गए सभी सेंटर पर आवश्यक सभी सुविधा की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी तथा स्क्रीनिंग किये हुए संदिग्ध व्यक्तियों के मॉनिटरिंग की जाएगी। प्रखंड स्तर पर उक्त कोषांग का नोडल पदाधिकारी संबंधित प्रखंड के वीडियो होंगे तथा सहयोगी पदाधिकारी के रूप में सीईओ, सीडीपीओ ,बी ई ओ,डी ए ओ तथा अन्य प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी होंगे ।(2)लॉक डाउन एवं विधि व्यवस्था कोषांग---- इसके वरीय प्रभारी पदाधिकारी राजेश कुमार अपर समाहर्ता होंगे जबकि नोडल पदाधिकारी जिला आपूर्ति पदाधिकारी महमूद आलम और एसके पंजियार पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय होंगे ।लॉक डाउन कोषांग का दायित्व होगा कि जिला मुख्यालय सभी ,अनुमंडल मुख्यालय सभी प्रखंड मुख्यालय को लॉक डाउन करना सुनिश्चित करना होगा। कोषांग के द्वारा पर्याप्त माइकिंग कराते हुए लॉक डाउन से संबंधित आदेश का अनुपालन कराना सुनिश्चित किया जाएगा। हित समूह के साथ बैठक आयोजित कर जागरूकता अभियान एवं आदेश के अनुपालन हेतु कार्रवाई की जाएगी ।आवश्यकतानुसार विधि व्यवस्था संधारण एवं बाजार में आवश्यक सामग्री एवं वस्तुओं के मूल्यों पर नियंत्रण हेतु भी अपेक्षित करवाई किया जाएगा। (3)नियंत्रण कक्ष स्क्रीनिंग एवं आईईसी कोषांग -----जिसके वरीय प्रभारी पदाधिकारी अतुल कुमार वर्मा अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन जबकिं नोडल पदाधिकारी, उदय नारायण झा सहायक निदेशक जिला बाल संरक्षण, पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय, पुलिस निरीक्षक शाहिद हुसैन और डॉक्टर पी के दास होंगे। जबकि 6 जिला स्तरीय पदाधिकारी इसके सहयोगी पदाधिकारी होंगे। इसका दायित्व होगा कि नियंत्रण कक्ष के द्वारा सभी स्रोतों से प्राप्त सूचना का संकलन किया जाएगा और उस आलोक में आवश्यक कार्रवाई करते हुए अनुश्रवण की कार्रवाई की जाएगी। कोरोना वायरस के संबंध में जागरूकता के लिए चलाए जा रहे प्रचार वाहन के कार्यकलाप के संबंध में सूचना प्राप्त कर उनके कार्यों का अपेक्षित अनुश्रवण किया जाएगा ।सभी प्रखंडों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जाएगा और प्रखंड विकास पदाधिकारी उसके नोडल पदाधिकारी होंगे ।(4)Confirmed cases एवं आइसोलेशन कोषांग--- अतुल कुमार वर्मा वरीय प्रभारी पदाधिकारी तथा नोडल पदाधिकारी डीसीएलआर पश्चिमी होंगे। इस कोषांग के द्वारा कन्फर्म केस से संबंधित सूचना मिलने पर प्रभावित व्यक्तियों को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती एवं उपचार कराने के संबंध में आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। आम जनों को आइसोलेशन वार्ड के संबंध में अवगत कराने के लिए विभिन्न एनजीओ के माध्यम से प्रचार प्रसार किया जाएगा। कोषांग के द्वारा जिला एवं प्रखंड स्तर पर आइसोलेशन वार्ड हेतु स्थल को चिन्हित किया जाएगा एवं आइसोलेशन वार्ड में आवश्यक तैयारी की जाएगी। निजी अस्पतालों नर्सिंग होम से वार्ता कर उन्हें चिन्हित किया जाएगा ताकि आवश्यकता पड़ने पर उसका उपयोग आइसोलेशन वार्ड के रूप में किया जा सके ।संधिग्ध व्यक्तियों के संबंध में सूचना प्राप्त होने पर उन्हें आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराते हुए चिकित्सा के संबंध में आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाएगी।
"मौर्य समाचार,, समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम को मद्देनजर महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए ।
कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम एवं उस पर प्रभावी नियंत्रण के मद्देनजर आज जिलाधिकारी डॉ० चंद्रशेखर सिंह की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में जिला स्तरीय टास्क फोर्स समिति की बैठक आहूत की गई। बैठक में कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम हेतु जिला से लेकर पंचायत स्तर तक पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित करने के मद्देनजर महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए एवं उपस्थित पदाधिकारियों को सरकार के निर्देश के आलोक में आवश्यक निर्देश दिए गए। बैठक में वरीय पुलिस अधीक्षक मुजफ्फरपुर भी उपस्थित थे। जिलाधिकारी ने सभी पदाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया उक्त वायरस के संक्रमण की रोकथाम हेतु सभी आवश्यक कार्य करना सुनिश्चित करें। कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम एवं बाहर से आने वाले संदिग्ध व्यक्तियों की स्क्रीनिंग एवं चिकित्सीय परीक्षण तथा उन्हें आवश्यकतानुसार चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने एवं लोगों में जागरूकता एवं प्रचार प्रसार के लिए किए जा रहे कार्यों का अनुश्रवण करते हुए अपेक्षित सभी आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए बैठक में चार महत्वपूर् कोषांग का गठन करने का निर्णय लिया गया।(1)Quarantine Monitoring एवं ट्रैकिंग कोषांग--- जिसके वरीय प्रभार में डीडीसी उज्जवल कुमार सिंह एवं नोडल पदाधिकारी श्री फैयाज अख्तर एवं पुलिस निरक्षक राकेश कुमार होंगे। इस कोषांग में सहयोगी पदाधिकारी की भूमिका में 9 जिला स्तरीय पदाधिकारियों को भी रखा गया है। कोषांग के द्वारा रेलवे स्टेशन बस स्टैंड पर 1 मार्च की तिथि से जिले में आए हुए सभी यात्रियों एवं अन्य संदिग्ध व्यक्तियों के संबंध में सूचना प्राप्त किया जाएगा ।यात्रियों के आगमन से संबंधित सूचना प्राप्त कर उनके स्क्रीनिंग एवं चिकित्सीय परीक्षण की व्यवस्था की जाएगी तथा आवश्यकता पड़ने पर उपचार एवं Quarantine की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। क्वॉरेंटाइन सेंटर के लिए जिला मुख्यालय ,प्रखंड मुख्यालय में उपयुक्त स्थल को चिन्हित किया जाएगा। चिन्हित किए गए सभी सेंटर पर आवश्यक सभी सुविधा की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी तथा स्क्रीनिंग किये हुए संदिग्ध व्यक्तियों के मॉनिटरिंग की जाएगी। प्रखंड स्तर पर उक्त कोषांग का नोडल पदाधिकारी संबंधित प्रखंड के वीडियो होंगे तथा सहयोगी पदाधिकारी के रूप में सीईओ, सीडीपीओ ,बी ई ओ,डी ए ओ तथा अन्य प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी होंगे ।(2)लॉक डाउन एवं विधि व्यवस्था कोषांग---- इसके वरीय प्रभारी पदाधिकारी राजेश कुमार अपर समाहर्ता होंगे जबकि नोडल पदाधिकारी जिला आपूर्ति पदाधिकारी महमूद आलम और एसके पंजियार पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय होंगे ।लॉक डाउन कोषांग का दायित्व होगा कि जिला मुख्यालय सभी ,अनुमंडल मुख्यालय सभी प्रखंड मुख्यालय को लॉक डाउन करना सुनिश्चित करना होगा। कोषांग के द्वारा पर्याप्त माइकिंग कराते हुए लॉक डाउन से संबंधित आदेश का अनुपालन कराना सुनिश्चित किया जाएगा। हित समूह के साथ बैठक आयोजित कर जागरूकता अभियान एवं आदेश के अनुपालन हेतु कार्रवाई की जाएगी ।आवश्यकतानुसार विधि व्यवस्था संधारण एवं बाजार में आवश्यक सामग्री एवं वस्तुओं के मूल्यों पर नियंत्रण हेतु भी अपेक्षित करवाई किया जाएगा। (3)नियंत्रण कक्ष स्क्रीनिंग एवं आईईसी कोषांग -----जिसके वरीय प्रभारी पदाधिकारी अतुल कुमार वर्मा अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन जबकिं नोडल पदाधिकारी, उदय नारायण झा सहायक निदेशक जिला बाल संरक्षण, पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय, पुलिस निरीक्षक शाहिद हुसैन और डॉक्टर पी के दास होंगे। जबकि 6 जिला स्तरीय पदाधिकारी इसके सहयोगी पदाधिकारी होंगे। इसका दायित्व होगा कि नियंत्रण कक्ष के द्वारा सभी स्रोतों से प्राप्त सूचना का संकलन किया जाएगा और उस आलोक में आवश्यक कार्रवाई करते हुए अनुश्रवण की कार्रवाई की जाएगी। कोरोना वायरस के संबंध में जागरूकता के लिए चलाए जा रहे प्रचार वाहन के कार्यकलाप के संबंध में सूचना प्राप्त कर उनके कार्यों का अपेक्षित अनुश्रवण किया जाएगा ।सभी प्रखंडों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जाएगा और प्रखंड विकास पदाधिकारी उसके नोडल पदाधिकारी होंगे ।(4)Confirmed cases एवं आइसोलेशन कोषांग--- अतुल कुमार वर्मा वरीय प्रभारी पदाधिकारी तथा नोडल पदाधिकारी डीसीएलआर पश्चिमी होंगे। इस कोषांग के द्वारा कन्फर्म केस से संबंधित सूचना मिलने पर प्रभावित व्यक्तियों को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती एवं उपचार कराने के संबंध में आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। आम जनों को आइसोलेशन वार्ड के संबंध में अवगत कराने के लिए विभिन्न एनजीओ के माध्यम से प्रचार प्रसार किया जाएगा। कोषांग के द्वारा जिला एवं प्रखंड स्तर पर आइसोलेशन वार्ड हेतु स्थल को चिन्हित किया जाएगा एवं आइसोलेशन वार्ड में आवश्यक तैयारी की जाएगी। निजी अस्पतालों नर्सिंग होम से वार्ता कर उन्हें चिन्हित किया जाएगा ताकि आवश्यकता पड़ने पर उसका उपयोग आइसोलेशन वार्ड के रूप में किया जा सके ।संधिग्ध व्यक्तियों के संबंध में सूचना प्राप्त होने पर उन्हें आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराते हुए चिकित्सा के संबंध में आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाएगी।
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें