मुज़फ़्फ़रपुर,बैठक में जिला स्तरीय कोर कमेटी के अतिरिक्त विभिन्न पदाधिकारियों की अध्यक्षता में गठित पांच उप कमेटियों के कार्यों की भी समीक्षा की गई। साथ ही विभिन्न विभागों द्वारा अब तक चलाई जा रही गतिविधियों पर भी चर्चा की गई एवं उन्हें आवश्यक निर्देश दिए गए। एईएस एवं प्रत्यक्ष करवाई विंग, पॉलिसी विंग ,दवाओं एवं उपकरणों की उपलब्धता को लेकर सपोर्ट करने वाली विंग, फंड मैनेजमेंट विंग एवं रिसर्च कोऑर्डिनेटिंग विंग के कार्य एवं दायित्व के बारे में बैठक में विस्तृत जानकारी दी गई ।स्वास्थ्य विभाग को प्रचार प्रसार ,एईएस/जेई के बचाव में इलाज एवं उस पर प्रभावी नियंत्रण तथा चिकित्सक, पर्यवेक्षक, एएनएम, आशा आदि को दिए जाने वाले प्रशिक्षण की समीक्षा की गई ।सभी स्तरों पर दवा एवं उपकरणों की उपलब्धता की भी जानकारी ली गई। इस तरह से आईसीडीएस,पीडीएस,नगर निगम,शिक्षा,जनसम्पर्क, पीचईडी तथा अन्य विभागो द्वारा की जानी वाली गतिविधियों की विस्तृत जानकारी ली गई। बैठक में जिलाधिकारी ने कहा की एईएस /चमकी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण के मद्देनजर बनाई गई कार्य योजना को धरातल पर उतारने हेतु जिला प्रशासन कटिबद्ध है। कहा कि जिला स्तरीय कोर कमेटी के अतिरिक्त पांच उप समितियां विभिन्न अधिकारियों की अध्यक्षता में बनाई गई हैं ।इसके अतिरिक्त शिक्षा विभाग आपूर्ति जीविका रेड क्रॉस आईसीडीएस, जनसंपर्क नगर निगम पीएचईडी पंचायती राज, नेहरू युवा केंद्र, यूनिसेफ ,केयर इंडिया तथा अन्य विभागों को अलग-अलग दायित्व सौपें गए हैं तथा उनके द्वारा की जा रही गतिविधियों का सतत अनुश्रवण किया जा रहा है ।बताया कि मैटरनल एवं शिशु स्वास्थ्य केयर सेंटर बनकर तैयार है एवं पीआईसीयू के निर्माण युद्धस्तर पर किया जा रहा है।इसे अप्रैल के अंत तक हैंडओवर करा दिया जाएगा। कहा कि यह दो ऐसी नई व्यवस्थाएं हैं जो व्यापक रूप से आधुनिक सुविधाओं से लैस होंगे। सभी आवश्यक यंत्र/ उपकरण उपलब्ध होगा। चिकित्सक एवं एंबुलेंस की शॉर्टेज नहीं रहेगी ।समय पर उनकी प्रतिनियुक्ति जिले में करा ली जाएगी ।वही स्वास्थ विभाग द्वारा बताया गया कि सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, सभी अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, सभी स्वास्थ्य उप केंद्रों में कुल 326 स्थानों पर दीवार लेखन का कार्य पूर्ण किया गया है। बताया गया कि 6 चिकित्सक एवं पांच स्टाफ नर्स का प्रशिक्षण दिल्ली में देने हेतु सूची प्रेषित की गई है। एक चिकित्सा अधिकारी प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं। एक चिकित्सक एवं तीन स्टाफ नर्स प्रशिक्षण हेतु रवाना हो चुके हैं।एईएस वार्ड आवश्यक दवाओं एवं उपकरणों के साथ कार्यरत है।विशेष जेई वैक्सीनेशन कार्यक्रम में एक से 10 वर्षों के लक्षित 351500 बच्चों में से 158287 का टीकाकरण पूर्ण कर लिया गया है ।फरवरी के अंत तक सभी चिकित्सा पदाधिकारी को जिला स्तर पर प्रशिक्षण दे दिया जाएगा। स्वास्थ विभाग द्वारा जानकारी दी गई कि सभी विभागों के साथ परस्पर समन्वय के साथ कार्य किया जा रहा है ।सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के द्वारा चमकी बुखार से विशेष रूप से प्रभावित पांच प्रखंडों के 291 गांव/ वार्डो में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है। बताया गया की मुजफ्फरपुर जिला अंतर्गत सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों एवं मेडिकल कॉलेज के अलावे 21 निजी संस्थानों को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना अंतर्गत इंपैनल्ड किया गया है। इस योजना के अंतर्गत अब तक लक्षित 520094 परिवार में 89451 परिवारों को गोल्डन कार्ड उपलब्ध कराया जा चुका है। बताया गया कि पंचायत स्तर पर नियुक्त कार्यपालक सहायकों को बायोमेट्रिक डिवाइस उपलब्ध करा दिया गया है। उनके माध्यम से भी निशुल्क योग्य लाभुकों का गोल्डन कार्ड बनाया जाएगा।
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