इस मौके पर विभिन्न जिलों से आए हुए भवन एवं अन्य संनिर्माण कामगारों ने तिरहुत प्रमंडल आयुक्त मुजफ्फरपुर के समक्ष विशाल प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में कामगारों ने मांग उठाई सभी मजदूरों को सालों भर काम दिया जाए, सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जाए न्यूनतम मजदूरी प्रतिमाह 21000 रुपया लागू किया जाए आदि आदि।
इस मौके पर सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय श्रमिक संगठन एआईयूटीयूसी के राज्य सचिव कामरेड प्रमोद कुमार ने कहा कि आज मजदूरों के ऊपर सरकार ने जबरदस्त रूप से हमला बोल दिया है। 44 श्रम कानूनों को संशोधित कर चार श्रम संहीता बनाई है, जो बिल्कुल ही मजदूर विरोधी है। आज सरकार नीति बना रही है कि काम के घंटे 8 नहीं बल्कि काम के घंटे 9 करना है। वही हायर एंड फायर की नीति चल रही है। फिक्सड टर्म एंप्लॉयमेंट लाई जा रही है। निजीकरण, ठेकाकरण धड़ल्ले से लागू किया जा रहा है असंगठित क्षेत्र में काम का दायरा सिकुड़ता जा रहा है। हम तमाम मजदूरों से अपील करते हैं कि अपनी मांगों को लेकर एक ताकतवर संगठन बनाकर लड़ाई लड़ने की आवश्यकता है। वही सम्मेलन के प्रतिनिधि सत्र को संबोधित करते हुए एआईयूटीयूसी के अखिल भारतीय कार्यकारिणी कमेटी सदस्य कामरेड विमल जाना जाना ने कहा कि आज जिस तरीके से सरकार मजदूर कर्मचारी विरोधी नीतियां ले रही है। आज तक काम के अधिकार को मौलिक अधिकार नहीं बनाया। महंगाई चरम सीमा पर है। बेरोजगारी चरम पर है। आज पढ़ लिख कर नौजवान दर-दर की ठोकरें खा रहा है। इसलिए वक्त की जरूरत है हम सब मजदूर एक साथ उठ खड़े हो और बिहार राज कंस्ट्रक्शन वर्कर्स यूनियन को ताकतवर बनाकर आंदोलन के मैदान में उतरना होगा। प्रतिनिधि सत्र को संबोधित करते हुए एस यू सी आई( कम्युनिस्ट) के जिला सचिव अर्जुन कुमार ने कहा कि किसी भी लड़ाई को जीतने के लिए एक संगठन की आवश्यकता होती है। लड़ाई का हथियार है संगठन। इसलिए राज्य के कोने कोने कोने में इस संगठन का फैलाव करने की आवश्यकता है। इस मौके पर एक नई और सशक्त कमिटी का गठन किया। जिसका अध्यक्ष - प्रमोद कुमार, उपाध्यक्ष - नरेश राम, सचिव - वैद्यनाथ पंडित, सचिव मंडल सदस्य- पंकज प्रीतम, रामसेवक, कोषाध्यक्ष- शत्रुध्न महतो को चुना गया। इस कमिटी ने प्रस्ताव पास किया कि केंद्रीय श्रमिक संगठनों के आह्वान पर आगामी 8 जनवरी 2020 को होने वाले आम हड़ताल को जोरदार रूप से सफल बनाएंगे।
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