मुजफ्फरपुर
जंगली जानवर के आतंक से आतंकित किसान अब खेती छोड़, आगामी 20 दिसंबर को जिलाधिकारी को सौंप देंगे कृषि उपकरण। जिले के किसान आर्थिक रूप से इतना टूट गए हैं कि उनके समक्ष इसके अलावा दूसरा कोई चारा नहीं है। विवश किसान खेती छोर, रोजी रोटी के तलाश में दूसरे प्रदेश की ओर पलायन कर रहे हैं । जो गंभीर चिंता का विषय है । तभी तो जिले मे अभी तक 20% भी रबी की बुवाई नहीं हुई है ।
उक्त बातें बुधवार को पहाड़पुर में किसान मजदूरों को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने कहा। उन्होंने कहा कि आज किसानों के समस्याओं को सुनने वाला कोई नहीं है। कभी उन पर प्रकृति का मार, तो कभी जंगली जानवरों का प्रहार हो रहा है। जिससे किसान पूरी तरह टूट गए है। उन्होंने सत्ता व शासन को आगाह करते हुए कहा कि यदि सरकार चाहती है कि इस राज्य में अन्न का उत्पादन लक्ष्य के अनुरूप हो तो उसे हर हालत में जंगली जानवरों के आतंक से किसान को मुक्त कराना होगा । नहीं तो आने वाले दिनों में इस प्रदेश के किसान पूरी तरह कंगाल हो जाएंगे और इसका खामियाजा इस प्रदेश के अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा । उन्होंने लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि आप चिंता न करें इस समस्या के निदान के लिए , प्रदेश जाने के बजाय यही रखकर संघर्ष करें। हम आपके हर कदम पर साथ रहेंगे।
उन्होंने किसानों से आगामी 20 दिसंबर को खुदीराम बोस स्मारक स्थल पर 10:00 बजे दिन में पहुंचकर जिला अधिकारी के कार्यालय पर प्रदर्शन करने का आह्वान किया। सभा की अध्यक्षता किसान नेता अमरदेव सिंह ने किया।
मौके पर योगेंद्र चौधरी, श्री नारायण यादव, बच्चा यादव, जनक पंडित, गणेशा साह राम वृक्षा साह, मोहम्मद एजाज, मंकू पाठक, अनिल पंडित, अमर बादशाह, विजय चौधरी, पवन साह, बालेश्वर चौबे, रामाकांत बर्मा, रामनारायण, विकास कुमार, कौशल कुमार, प्रमोद कुमार पप्पू, विकी कुमार, सत्यम कुमार, राजन कुमार आदि ने सभा को संबोधित करते हुए आगामी 20 दिसंबर को भारी संख्या में जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर अपनी आवाज बुलंद करने का वाहन लोगों से किया ।
*अजीत कुमार*
*पूर्व मंत्री*
जंगली जानवर के आतंक से आतंकित किसान अब खेती छोड़, आगामी 20 दिसंबर को जिलाधिकारी को सौंप देंगे कृषि उपकरण। जिले के किसान आर्थिक रूप से इतना टूट गए हैं कि उनके समक्ष इसके अलावा दूसरा कोई चारा नहीं है। विवश किसान खेती छोर, रोजी रोटी के तलाश में दूसरे प्रदेश की ओर पलायन कर रहे हैं । जो गंभीर चिंता का विषय है । तभी तो जिले मे अभी तक 20% भी रबी की बुवाई नहीं हुई है ।
उक्त बातें बुधवार को पहाड़पुर में किसान मजदूरों को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने कहा। उन्होंने कहा कि आज किसानों के समस्याओं को सुनने वाला कोई नहीं है। कभी उन पर प्रकृति का मार, तो कभी जंगली जानवरों का प्रहार हो रहा है। जिससे किसान पूरी तरह टूट गए है। उन्होंने सत्ता व शासन को आगाह करते हुए कहा कि यदि सरकार चाहती है कि इस राज्य में अन्न का उत्पादन लक्ष्य के अनुरूप हो तो उसे हर हालत में जंगली जानवरों के आतंक से किसान को मुक्त कराना होगा । नहीं तो आने वाले दिनों में इस प्रदेश के किसान पूरी तरह कंगाल हो जाएंगे और इसका खामियाजा इस प्रदेश के अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा । उन्होंने लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि आप चिंता न करें इस समस्या के निदान के लिए , प्रदेश जाने के बजाय यही रखकर संघर्ष करें। हम आपके हर कदम पर साथ रहेंगे।
उन्होंने किसानों से आगामी 20 दिसंबर को खुदीराम बोस स्मारक स्थल पर 10:00 बजे दिन में पहुंचकर जिला अधिकारी के कार्यालय पर प्रदर्शन करने का आह्वान किया। सभा की अध्यक्षता किसान नेता अमरदेव सिंह ने किया।
मौके पर योगेंद्र चौधरी, श्री नारायण यादव, बच्चा यादव, जनक पंडित, गणेशा साह राम वृक्षा साह, मोहम्मद एजाज, मंकू पाठक, अनिल पंडित, अमर बादशाह, विजय चौधरी, पवन साह, बालेश्वर चौबे, रामाकांत बर्मा, रामनारायण, विकास कुमार, कौशल कुमार, प्रमोद कुमार पप्पू, विकी कुमार, सत्यम कुमार, राजन कुमार आदि ने सभा को संबोधित करते हुए आगामी 20 दिसंबर को भारी संख्या में जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर अपनी आवाज बुलंद करने का वाहन लोगों से किया ।
*अजीत कुमार*
*पूर्व मंत्री*
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