मुख्यमंत्री को भेजे गए पत्र में ई0 कुमार ने लिखा है कि मुख्यमंत्री जी आपकी प्रतिबद्धता राज्य के सभी टोले - कस्बे को मुख्य सड़क से जोड़ने का है। इस ओर काम भी हुए है। लेकिन हमारा क्षेत्र काँटी इस मामले में बीते 4 वर्षों से काफी उपेक्षित है। जिस कारण अधिकतर गरीब तबको के टोले- कस्बों से गुजरने वाली सड़को का निर्माण नहीं हो पाया है। जिससे लोग अपने आप को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। जबकि इन सड़को की स्वीकृति वर्ष 2012 में ही आप के द्वारा ग्रामीण सड़कों के निर्माण के लिए बनाए गए राज्य कोर नेटवर्क मे मेरे अनुशंसा पर दिया जा चुका है। लेकिन यह सड़क आज तक नहीं बन पाया है। आप इन सड़कों का स्वयं संज्ञान लेकर शीघ्र निर्माण के लिए आवश्यक निर्देश संबंधित विभाग को दें। ताकि इस इलाके के लोग मुख्य सड़क से सीधे जुड़ सके ।
ई0 कुमार ने अपने पत्र में जिन सड़कों की चर्चा की है उसमें गोविंद फुलकाहाँ से माधो छपरा , भेडियाही सलोना से जोलगामा, कांटी तेल डिपो से ढेमहा दलित वस्ती, कुशीहरपुर रमणी से पोखरैरा, रतनपुरा हनुमान मंदिर से कुशी हरपुर रमणी, शाहबाजपुर शाही चौक से हिछरा, अररा प्रधानमंत्री सड़क से जोलगामा, पानापुर से नूरुलहपुर, शाहपुर पक्की सड़क से इस्लामिया कॉलेज, चकमुरमुर पक्की सड़क से चकमुरमुर स्कूल, बंगरा कुम्हार टोला से मिठनपुरा, सेरुकाही प्रधानमंत्री सड़क से सेरूकाही पटेल टोला पक्की सड़क, मधुबन- पकरी सिवान से मानिकपुर घाट, दादर चौधरी टोला एनएच 77 से दादर पेठीयां पुलिस लाइन, छपरा पक्की सड़क से छपरा पश्चिम महादेव सिंह के टोला , मनपुरा पक्की सड़क से मनपूरा गांव, भटौना हनुमान मंदिर से खलीलपुर दलित बस्ती, एनएच 102 पकरी चट्टी से वैशाली डेयरी होते हुए रौतनिया, भटौना प्रधानमंत्री सड़क से कोदरिया सहदेव राय के टोला, मङ़़बन टेढी पुल से पड़री, लहलादपुर मोड़ से शेरपुर चौक जाने वाली सड़क प्रमुख हैं।
*अजीत कुमार*
*पूर्व मंत्री*
*12/11/2019*
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