*बाढ़ का खतरा बढ़ सकता है उत्तर बिहार मे*
नेपाल ने 1 लाख 43 हजार 220 क्यूसेक पानी छोड़ा,अब कोसी ला सकती है जलप्रलय।उत्तर बिहार का मिथिलांचल के साथ ही सीमांचल का हिस्सा बाढ़ को लेकर बेहद ही संवेदनसील माना जाता और वही पिछले 60 घंटो से जारी मूसलाधार बारिश से यह कि हालात पहले से और बिगड़ दी है।बता दें कि नेपाल ने सुबह 4 बजे तक कोसी बराज से 1लाख 43हज़ार 220 क्यूसेक पानी उत्तर बिहार की ओर छोड़ा जो कि बढ़ने के क्रम में था।इसी बीच मधुबनी सुपौल व दरभंगा के कई माये गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया।माना जा रहा है कि ऐसी ही बारिश नेपाल और उत्तर बिहार में जारी रही तो राज्य के प्रमुख शहरों और खतरा मंडराने लगेगा।फिलहाल अगले दो दिनों तक इस भीषण बारिश से निजाद मिलने की उम्मीद कम है।
नेपाल ने 1 लाख 43 हजार 220 क्यूसेक पानी छोड़ा,अब कोसी ला सकती है जलप्रलय।उत्तर बिहार का मिथिलांचल के साथ ही सीमांचल का हिस्सा बाढ़ को लेकर बेहद ही संवेदनसील माना जाता और वही पिछले 60 घंटो से जारी मूसलाधार बारिश से यह कि हालात पहले से और बिगड़ दी है।बता दें कि नेपाल ने सुबह 4 बजे तक कोसी बराज से 1लाख 43हज़ार 220 क्यूसेक पानी उत्तर बिहार की ओर छोड़ा जो कि बढ़ने के क्रम में था।इसी बीच मधुबनी सुपौल व दरभंगा के कई माये गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया।माना जा रहा है कि ऐसी ही बारिश नेपाल और उत्तर बिहार में जारी रही तो राज्य के प्रमुख शहरों और खतरा मंडराने लगेगा।फिलहाल अगले दो दिनों तक इस भीषण बारिश से निजाद मिलने की उम्मीद कम है।
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