गौरतलब है कि किसी भी क्षेत्र में और विशेषकर उच्च शिक्षा के क्षेत्र में स्वयं के परिश्रम और ईमानदारी से नया इतिहास रचते हुए नए आयाम के शिखर पर पहुंचना दुनिया के हर किसी व्यक्ति की लिए बहुत ही चुनौतीपूर्ण होता है। समाज के नगण्य गिने -चुने चुनिंदा और अप्रतिम प्रतिभावान व्यक्ति ही शिक्षा के क्षेत्र में नए इतिहास का सृजन बड़ी मुश्किलों और चुनौतियों का सामना करते हुए कर पाते हैं। उन्हीं चुनिंदा अप्रतिम प्रतिभावनों में विश्व प्रसिद्ध मौर्य वषज (The World famous Maurya Dynasty/Maurya Emperor) से सर्वाधिक योग्य अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय के प्रथम विशिष्ट कुलपति प्रोफेसर डॉ विश्व नाथ मौर्य (First Distinguished Professor and Executive Vice Chancellor Prof. Dr. Vishwa Nath Maurya) हैं जिन्होंने स्वयं के लगन और निरंतर अथक बौद्धिक परिश्रम एवं विलक्षण प्रतिभा से अपने व्यक्तिगत एवं शैक्षणिक जीवन में एक नहीं बल्कि अनेकानेक विशिष्ट उपलब्धियों के साथ कई बार नये इतिहास का सृजन किया है जो वास्तव मैं वैश्विक स्तर पर उनकी उत्कृष्टता एवं गुणवत्तापूर्ण प्रतिभा और महत्वाकांक्षा को स्पष्ट रूप से प्रमाणित करता है। उनके द्वारा प्राप्त किए गए विशिष्ट उपलब्धियों और विज्ञान एवं तकनीकी के क्षेत्र में विकास कार्यों और इंटरनेशनल कोलाबोरेषण समेत कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में किए गए योगदान से संबंधित खबरें देश विदेश के सैकड़ों समाचार पत्रों में प्रकाशित हो चुके हैं। विश्वसनीय सूत्रों से प्राप्त खबरों के मुताबिक आपको बता दें कि वर्तमान में प्रोफेसर डॉ. विश्व नाथ मौर्य (Prof. Dr. Vishwa Nath Maurya) शीर्ष एशियाई अमेरिकी विश्वविद्यालय के विशिष्ट प्रोफेसर और कुलपति के रूप में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त कर चुके हैं। हालाकि मुख्य खबर को ध्यान में रखते हुए यहां प्रो. वी.एन. मौर्य के कुछ ही उपलब्धियों को आंशिक रूप से उद्धृत किया गया है। वर्तमान में प्रोफेसर डॉ विश्व नाथ मौर्य चार्टर्ड इंटरनेशनल दा विंसी यूनिवर्सिटी के एक्जीक्यूटिव वाइस चांसलर (Executive Vice Chancellor) हैं और कई अन्य अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों में प्रो -वाइस चांसलर ,डीन और डायरेक्टर (Pro -Vice Chancellor, Dean and Directo of Faculty of Sciences and Technology) के रूप में भी महत्वपूर्ण पदभार संभाल रहे हैं। यहां विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि एक्जीक्यूटिव वाइस चांसलर (Executive Vice Chancellor/EVC) का पद सामान्यतःवाइस चांसलर (Vice Chancellor/VC) से एक पद ऊंचा (higher rank) होता है और विश्वविद्यालय का चीफ अकादेमिक और एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर होता है जो विश्वविद्यालय के चांसलर के अनुपस्थिति में सभी प्रशासनिक कार्यों के निर्वहन और निष्पादन लिए पूर्णतः जिम्मेदार होता है।
उक्त क्रम में उल्लेखनीय है कि भारत मूल के राजधानी शहर लखनऊ एवं बस्ती जिला के मूल निवासी,चार्टर्ड इंटरनेशनल दा विंसी यूनिवर्सिटी,डेलावारे यूएसए के विशिष्ट कुलपति प्रोफेसर डॉ.विश्व नाथ मौर्य (Top Asian American Distinguished Vice Chabcellor Prof. Dr Vishwa Nath Msurya) ने एक नहीं बल्कि कई संकायों के कई क्लिष्ट और महत्वपूर्ण विषयों में देश - विदेश के कई प्रतिष्ठित सरकारी एवं निजी विश्वविद्यालयों से न केवल मास्टर्स और डॉक्टरेट (पी -एच.डी.) की उपाधि प्राप्त किया है अपितु पोस्ट -डॉक्टरेट डी.लिट. और डी.एस-सी. (D.Litt.and D.Sc.) की भी उपाधि अर्जित किया है और मानद डी.लिट.और डी.एस -सी. (Honorary D.Litt.and D.Sc) उपाधियों को भी प्राप्त किया है। आपको बता दें कि शिक्षा जगत में वैश्विक स्तर पर ख्याति प्राप्त विशिष्ट कुलपति प्रोफेसर डॉ. विश्व नाथ मौर्य ने डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय फैजाबाद से 1994 -2000 के दौरान गणित और सांख्यिकी (Mathematics and Statistics) से एम.एस -सी. और पूर्व कुलपति प्रोफेसर डॉ.एस. एन. सिंह (Ex Vice Chancellor Prof. Dr. Surya Narayan Singh) के पर्यवेक्षण में पी -एच.डी. की उपाधि अर्जित किया था। उसके बाद प्रो. मौर्य ने न्यूपोर्ट यूनिवर्सिटी कैलिफोर्निया, यूएसए और क्राउन यूनिवर्सिटी इंटरनेशनल, सांता क्रुज प्रोविंस,अर्जेंटीना (साउथ अमेरिका) से वेस्ट कोस्ट इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी, यूएसए के कोलाबोरेशन में कम्प्यूटर साइंस और इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के विशेषज्ञता के साथ पुनःएमबीए,एम.टेक. और यूनेस्को लॉरिएट, वाइस चांसलर प्रो. बशीरु अरेम्यू (UNESCO Laureate, Vice Chancellor Prof. Bashiru Aremu) के पर्यवेक्षण में पी - एच. डी. किया ।तदुप्रांत साइंस, इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट तीनों संकायों में गणित, सांख्यिकी,ऑपरेशंस रिसर्च, कंप्यूटर साइंस, डाटा साइंस एण्ड इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट साइंस एंड इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी जैसे सभी महत्वपूर्ण विषयों में सिंगल डबल या ट्रिपल नहीं बल्कि मल्टीपल पोस्ट -डॉक्टरेट डी लिट.और डी.एस-सी. (D.Litt. and D.Sc.) की भी उपाधि विगत 12 वर्षों के दौरान अर्जित किया है। इसके अलावा अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय के विशिष्ट कुलपति प्रो. वो. एन. मौर्य (Distinguished Professor and Executive Vice Chancellor Dr. V. N. Maurya) को अमेरिकी, यूरोपीय,आस्ट्रेलियाई और अफ्रीकी प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों से डी.लिट.और डी.एस-सी. (D.Litt. and D.Sc.) की मानधि/मानद उपाधि से भी विज्ञान, तकनीकी और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उनके महत्वपूर्ण योगदान और विकास कार्यों के लिए पुरस्कृत किया गया है। देश -विदेश के अधिकांश शिक्षाविदों और विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को यह जानकर हर्ष हो रहा है कि हाल ही में दिनांक 27अक्टूबर 2022 को फेडरल रिपब्लिक ऑफ नाइजीरिया (अफ्रीका) के लाइटहाउस लीडरशिप यूनिवर्सिटी के चांसलर प्रेसीडेंट प्रो.एंड्रीस ओल्यूफेस्टुस (Lighthouse Leadership University Chancellor /President Prof.Andreas Olufestus) ने माननीय विशिष्ट कुलपति प्रोफेसर डॉ विश्व नाथ मौर्य को बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन एवं फाइनेंस मैनेजमेंट में उपहार स्वरूप डी.लिट.(D.Litt.) की उपाधि और मैथमेटिकल, स्टेटिस्टिकल एंड कंप्यूटेशनल साइंसेज में डी.एस-सी. (D.Sc.) के मानद उपाधि के पुरस्कारों से विभूषित किया है। प्रो. मौर्य को देश- विदेश के अनेकानेक प्रतिष्ठित संस्थानों से दर्जनों राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय विशिष्ट पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। अभी हाल ही में भी उन्हें राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और स्वर्गीय प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री के जयंती के अवसर पर विगत 2अक्टूबर 2022 को ग्लोबल पीस अवार्ड से भी सम्मानित किया गया है और निकट भविष्य में उन्हें पेरिस स्थित अंतरराष्ट्रीय संगठन यूनेस्को (UNESCO) एवं अन्य संस्थानों से भी विशिष्ट पुरस्कार मिलने की प्रबल संभावना है। अब वह दिन दूर नहीं कि शिक्षा जगत में सर्वाधिक उच्च शिक्षित और योग्य कुलपतियों में विशिष्ट कुलपति प्रो. विश्व नाथ मौर्य (Distinguished Progesdor and Executive Vice Chancellor Prof. Dr. VN Maurya) का नाम वर्ल्ड के गिनीज़ बुक में प्रकाशित हो जाए।
शीर्ष एशियाई अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय के विशिष्ट कुलपति प्रो. विश्व नाथ मौर्य को अफ्रीकी/विदेशी विश्वविद्यालय के चांसलर/प्रेसीडेंट प्रो. एंड्रीस ओल्यूफेटटुस द्वारा डबल पोस्ट डॉक्टरेट डी लिट.और डी.एस-सी. (D.Litt.and D.Sc.) की मानद उपाधि से पुरस्कृत किए जाने पर उनके सगे संबंधियों और मित्रों में देश-विदेश के कई प्रोफेसर और कुलपतियों ने हार्दिक बधाई दिया है।विश्वविख्यात हार्वर्ड यूनिवर्सिटी और एमआईटी यूएसए में प्रोफेसर रह चुके अल -करीम विश्वविद्यालय,मोतिहारी बिहार के वर्तमान कुलपति प्रोफेसर डॉ.अखिलेश कुमार (VC Prof. Akhilesh Kumar), क्राउन यूनिवर्सिटी इंटरनेशनल,अर्जेंटीना (साउथ अमेरिका) के कुलपति,यूनेस्को लॉरिएट प्रो. बशीरु अरेम्यू (VC UNESCO Laureate, Prof.Bashiru Aremu), राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय जयपुर की पूर्व कुलपति एवं कालिंदी कालेज दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रिंसिपल प्रो.अनुला मौर्य (VC Prof.Anula Maurya), डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय फैजाबाद के पूर्व कुलपति प्रो राम विलास मिश्र (Ex VC Ptof Ram Bilas Misra) एवं पूर्व कुलपति प्रो. एस. एन. सिंह (Ex VC Prof. Surya Narayan Singh), इलाहाबाद विश्विद्यालय के पुर्व कुलपति प्रो. करुणा शंकर मिश्र (Ex VC Prof.Karuna Shankar Misra), इंडियन नेशनल साइंस अकादमी,नई दिल्ली के मानद सीनियर साइंटिस्ट एवं आईसीएआर/पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, लुधियाना से सेवानिवृत्त नेशनल प्रोफेसर डॉ.बिजय सिंह (INSA Honorary Senior Scientist and Retd National Professor of Soil Science ,Dr.Bijay Singh), दिल्ली विश्वविद्यालय के सीनियर प्रोफेसर.एवं ऑपरेशंस रिसर्च के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. सी.के.जग्गी (Prof. C.K.Jaggi),, बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी के एक्सेमिक एंड रिसर्च डायरेक्टर प्रोफेसर एस.पी.सिंह (Prof. S. P. Singh), बाबासाहब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय लखनऊ के एकेडमिक डायरेक्टर प्रो राणा प्रताप सिंह (Academics Director Prof.Rana Pratap Singh) समेत सैकड़ों ख्यातिप्राप्त शिक्षाविदों ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए हार्दिक बधाई दिया है।
टीम :- मौर्य ध्वज एक्सप्रेस
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